New Delhi:अलीपुरद्वार में एक रैली को संबोधित करते हुए अपने संबोधन में पीएम (PM Modi) ने पश्चिम बंगाल में हुए दंगों,शिक्षक भर्ती घोटाले और भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस सरकार का क्रूर चरित्र मुर्शिदाबाद और मालदा दंगों में देखा गया कि कैसे एक सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक ने दंगों का नेतृत्व किया. उन्होंने हमारी माताओं और बहनों की संपत्ति लूट ली और पुलिस मूकदर्शक बनी रही. कोई भी अंदाजा लगा सकता है कि दंगों के दौरान वहां क्या हुआ होगा.
गुरुवार को अपने बंगाल दौरे के दौरान प्रधानमंत्री ने बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी सरकार (TMC government) पर “राजनीति खेलने” और राज्य के विकास को अनदेखा करने का भी आरोप लगाया. पीएम ने नई दिल्ली में नीति आयोग की बैठक में शामिल न होने के लिए ममता बनर्जी की आलोचना की.
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने स्कूल शिक्षकों की भर्ती में कथित भ्रष्टाचार का भी उल्लेख किया.मोदी ने कहा हमने शिक्षक भर्ती परीक्षा में इस सरकार के भ्रष्टाचार का स्तर देखा. उन्होंने युवा शिक्षकों के जीवन को अंधकार में भेज दिया. वे अपनी गलतियों को स्वीकार करने के लिए भी तैयार नहीं हैं. वे अपने फैसले के लिए अदालत को दोषी ठहरा रहे हैं. गौरतलब है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा राज्य-सहायता प्राप्त स्कूलों के 25,753 शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्तियों को भर्ती प्रक्रिया को अमान्य करार दिया था.
बता दें कि अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी ने चुनावी बिगुल बजाते हुए रैली में मौजूद लोगों से पूछा कि क्या सरकार ऐसे ही चलेगी? बंगाल की धरती रो रही है, हमें निर्दयी सरकार (Mamata Banerjee) नहीं चाहिए. संबोधन के दौरान पीएम ने राज्य में पाँच खतरों का जिक्र करते हुए कहा कि बांग्ला कई समस्याओं से ग्रस्त है. पहला, समाज में हिंसा और अराजकता. दूसरा, माताओं और बहनों की असुरक्षा…वे जघन्य अपराधों का सामना कर रही हैं. तीसरा, बेरोजगारी बढ़ रही है. चौथा, जानलेवा भ्रष्टाचार…प्रशासन में विश्वास कम होता जा रहा है. पाँचवाँ है शासकों का स्वार्थी रवैया जो गरीबों के अधिकारों को छीन रहा है.