New Delhi : मिडिल ईस्ट इस समय एक भयावह उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है। 13 जून को इजरायल और ईरान के बीच शुरू हुई जंग ने अब विकराल रूप धारण कर लिया है। दोनों देशों के बीच चल रहे इस संघर्ष में शहर के शहर तबाह हो रहे हैं और बड़े पैमाने पर लोगों का पलायन जारी है। इस युद्ध की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते 12 घंटों में इजरायल ने ईरान पर जबरदस्त हमले किए हैं, जिसमें इस्फहान न्यूक्लियर साइट से लेकर ईरानी खुफिया एजेंसी के ठिकानों तक को निशाना बनाया गया है।
इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) की ओर से जारी आधिकारिक जानकारी के अनुसार, इन हमलों में ईरान की खुफिया एजेंसी के तीन वरिष्ठ सैन्य कमांडर सहित कुल 15 सैनिकों को मार गिराया गया है। सबसे बड़ी कार्रवाई में इजरायल ने ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) की कुद्स फोर्स की वेपंस ट्रांसफर यूनिट के कमांडर बहनाम शाहरियारी का खात्मा कर दिया है। शाहरियारी को इजरायल से लगभग 1000 किलोमीटर दूर पश्चिमी ईरान में उनके वाहन में ही मार गिराया गया, जब वह अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे।
आईडीएफ के अनुसार, शाहरियारी पर मिडिल ईस्ट में ईरान के प्रॉक्सी सहयोगियों तक हथियार पहुंचाने की मुख्य जिम्मेदारी थी। वह वर्षों से हिज्बुल्लाह, हौती और हमास जैसे आतंकी संगठनों को मिसाइलें और रॉकेट सहित अत्याधुनिक हथियार मुहैया करा रहा था। इसके अलावा, इजरायली सेना ने ईरान के एक अन्य वरिष्ठ कमांडर सईद इजादी को भी कौम में मार गिराने का दावा किया है। इजादी कुद्स फोर्स के कमांडर थे और ईरान सरकार तथा हमास के बीच मुख्य समन्वयक की भूमिका निभाते थे। इजरायल के खिलाफ आतंकी गतिविधियों के लिए ईरान द्वारा हमास को दी जाने वाली फंडिंग में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी।
तीसरी बड़ी कार्रवाई में इजरायली वायुसेना ने आईआरजीसी के सेकंड यूएवी ब्रिगेड के कमांडर अमीनपुर जौदकी को भी निशाना बनाया है। ये सभी हमले इजरायल की उस रणनीति का हिस्सा हैं जिसके तहत वह ईरान की सैन्य क्षमता को कमजोर करने और आतंकी संगठनों के साथ उसके संपर्क को तोड़ने का प्रयास कर रहा है। इन सटीक हमलों से यह स्पष्ट होता है कि इजरायल के पास ईरान की सैन्य गतिविधियों की विस्तृत जानकारी है।इस जंग में अब तक हुई जनहानि की स्थिति अत्यंत गंभीर है। ईरान में अब तक 650 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 2000 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। वहीं इजरायल में भी 25 से अधिक लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।