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ईरान के खिलाफ जंग में क्यों कूदा अमेरिका, 295 फीट नीचे मौजूद परमाणु ठिकाने को कैसे ध्वस्त किया… जानें सभी सवालों के जवाब

Donald Trump- Ayatollah Khamenei
inkhbar News
  • Last Updated: June 22, 2025 10:32:53 IST

नई दिल्ली। ईरान के खिलाफ जंग में अब अमेरिका भी कूद गया है। 22 जून की सुबह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर हमले की जानकारी दी। उन्होंने कहा हमने ईरान में स्थित तीन परमाणु ठिकानों- फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर सीधा और सफल हमला किया है।

इस बीच आइए आपको बताते हैं कि अमेरिका को ईरान के खिलाफ जंग में क्यों कूदना पड़ा, अमेरिका ने किस बम से 295 फीट नीचे मौजूद परमाणु ठिकाने को ध्वस्त किया….

जंग में क्यों कूदा उतरा अमेरिका?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, जंग की शुरुआत में ट्रंप ईरान पर हमला करने के पक्ष में नहीं थे। न्यूक्लियर डील पर बातचीत जारी रहे, इसलिए ट्रम्प नहीं चाहते थे कि इजराइल, ईरान पर किसी प्रकार का कोई हमला करे।हालांकि ट्रंप ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को किसी भी तरह रोकना चाहते थे, लेकिन ईरान बातचीत आगे बढ़ा ही नहीं रहा था।

इस बीच इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप को यकीन दिलाया कि सैन्य विकल्प खोलने से ईरान के साथ डील करना आसान हो जाएगा। अमेरिका की खुफिया एजेंसियों के एक अनुमान के मुताबिक इजराइल के हमलों से ईरान का परमाणु कार्यक्रम सिर्फ छह महीने के लिए ही रुक सकता है। इन्हीं सब बातों पर काफी सोचने-विचारने के बाद ट्रंप ने ईरान पर हमले की अनुमति दी।

अमेरिका ने किस बम से हमला किया?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान का फोर्डो परमाणु ठिकाना जमीन के 295 फीट नीचे मौजूद है। ऐसे में उसे सिर्फ अमेरिका का B2 बॉम्बर ही ध्वस्त कर सकता था। अमेरिका ने B2 विमान से दर्जन भर बंकर बस्टर बम फोर्डो के ठिकाने पर गिराए हैं। बता दें कि बी-2 एक चमगादड़ की तरह दिखने वाला बिना पूंछ वाला अत्याधुनिक लड़ाकू विमान है। ये एक स्टील्थ बॉम्बर है, यानी इसे रडार पर पकड़ना बहुत ज्यादा मुश्किल है।

फोर्डो के अलावा नतांज और इस्फहान परमाणु ठिकानों पर US नेवी की पनडुब्बियों से 30 से ज्यादा TLAM क्रूज मिसाइलें दागी गईं। इन मिसाइलों को 400 मील दूर अमेरिकी पनडुब्बियों से लॉन्च किया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक एक B-2 बॉम्बर ने नतांज परमाणु ठिकाने पर भी दो बंकर बस्टर बम गिराए हैं।