UP news : राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद क्षेत्र के मिर्जागंज गांव में पुलिस ने गुरुवार देर रात बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध हथियारों की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया. छापेमारी के दौरान पुलिस को एक हकीम के घर से करीब 300 हथियार, 20 बोरों में भरे कारतूस और हथियार बनाने के उपकरण बरामद हुए. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने पूरे इलाके को चारों ओर से घेर कर घंटों तक सर्च ऑपरेशन चलाया. इस कार्रवाई ने इलाके में हड़कंप मचा दिया. अधिकारियों ने पूरे मोहल्ले को सील कर किसी भी व्यक्ति को घर के पास तक आने नहीं दिया. छापेमारी के दौरान भारी पुलिस बल तैनात किया गया था.
पुलिस जांच में सामने आया कि यह घर सलाउद्दीन उर्फ लाला (72 वर्ष) का है, जो पहले एक हकीम के तौर पर काम करता था और कुछ साल पहले तक डाकघर के पास दवाखाना चलाता था. सलाउद्दीन पर आरोप है कि वह घर के अंदर ही असलहे बना कर बड़े पैमाने पर प्रदेश भर में सप्लाई कर रहा था. पुलिस को घर की तलाशी के दौरान 312 बोर, 315 बोर की बंदूकें, डीबीबीएल (डबल बैरल) राइफल, पिस्टल और अन्य घातक हथियार बरामद हुए . इसके अलावा 20 बोरों में भर कर ले जाए गए भारी मात्रा में कारतूस भी मिले हैं. पुलिस ने हथियार बनाने के उपकरण और अन्य संदिग्ध सामग्री भी जब्त की है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सलाउद्दीन के परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं. इनमें से एक बेटी नॉर्वे में रहती है, जबकि दूसरी लखनऊ की इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रही है. छापेमारी के दौरान सलाउद्दीन के अलावा उसकी पत्नी, बेटी और एक युवक से भी पूछताछ की गई, जिसके बाद सलाउद्दीन को हिरासत में ले लिया गया है.
पुलिस का कहना है कि सलाउद्दीन के घर पर बाहरी लोगों का लगातार आना-जाना रहता था, जिससे संदेह बढ़ा. पुलिस को आशंका है कि यह अवैध असलहा फैक्ट्री लंबे समय से चल रही थी और इसकी सप्लाई नेटवर्क काफी व्यापक था.
एडीसीपी उत्तरी जितेंद्र दुबे ने बताया कि गुरुवार शाम को हमें अवैध असलहा फैक्ट्री की गुप्त सूचना मिली थी. छापेमारी के दौरान घर से बड़ी मात्रा में हथियार, कारतूस और निर्माण के उपकरण बरामद किए गए हैं. मकान मालिक सलाउद्दीन से पूछताछ जारी है. फिलहाल पुलिस पूरे नेटवर्क की जांच में जुट गई है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस अवैध फैक्ट्री से कौन-कौन जुड़े हुए थे और हथियार कहां-कहां भेजे जा रहे थे.