Kolkata Rape Case: पश्चिम बंगाल के कोलकाता से एक बार फिर गैंगरेप का मामला सामने आया है। राजधानी कोलकाता के कस्बा इलाके में लॉ की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। यह घटना बुधवार के शाम की है। कोलकाता पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दो मौजूदा छात्र है और स्टाफ भी है।
पीड़िता की शिकायत के बाद कस्बा पुलिस स्टेशन ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक आरोपियों में 31 वर्षीय मोनोजीत मिश्रा (कॉलेज के पूर्व इकाई अध्यक्ष), 19 वर्षीय जैब अहमद और 20 वर्षीय प्रमित मुखर्जी (प्रमित मुखोपाध्याय) शामिल हैं। मोनोजीत और अहमद को 26 जून की शाम कोलकाता में सिद्धार्थ शंकर शिशु रॉय उद्यान के सामने तालबगान क्रॉसिंग के पास से गिरफ्तार किया गया। तीसरे आरोपी प्रमित को 27 जून को रात 12.30 बजे उसके घर से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों का फ़ोन भी जब्त कर लिया गया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक घटना कॉलेज भवन के अंदर ही हुई। पीड़ित का प्रारंभिक मेडिकल परीक्षण कराया गया है। कई गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं। तीनों आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं। उन्हें 27 जून को दक्षिण 24 परगना के अलीपुर में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जा सकता है।
बीजेपी के अमित मालवीय ने घटना पर सवाल उठाया है। भयानक! 25 जून को कोलकाता के उपनगर कस्बा में एक लॉ कॉलेज के अंदर एक महिला लॉ छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया, यह कोई और नहीं बल्कि एक पूर्व छात्र और कॉलेज के दो कर्मचारी थे। चौंकाने वाली बात यह है कि रिपोर्ट बताती है कि इसमें एक टीएमसी सदस्य भी शामिल है।
आरजी कर का खौफ अभी भी कम नहीं हुआ है, और फिर भी बंगाल में इस तरह के जघन्य अपराध हर रोज बढ़ रहे हैं। ममता बनर्जी के शासन में पश्चिम बंगाल महिलाओं के लिए एक बुरा सपना बन गया है। बलात्कार एक आम त्रासदी बन गई है।