IND vs ENG: इंग्लैंड ने मंगलवार को हेडिंग्ले टेस्ट में भारत को 5 विकेट से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है. 371 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लिश टीम ने बेन डकेट की 149 रनों की तूफानी पारी के दम पर आसानी यह जीत दर्ज की. इस हार के साथ ही शुभमन गिल के टेस्ट कप्तान के रूप में करियर की शुरुआत बेहद चुनौतीपूर्ण रही, भले ही भारतीय टीम ने इस मुकाबले में पांच व्यक्तिगत शतक लगाए हों. वहीं मैच के बाद इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन और पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने गिल की रणनीति और कप्तानी कौशल पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. हुसैन ने गिल की तुलना विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे पूर्व कप्तानों से करते हुए कहा कि गिल में अभी वह आभा और प्रभाव नजर नहीं आता.
हुसैन ने स्काई स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा कि मुझे लगा जैसे कोई अपनी राह तलाश रहा हो. जब आप कोहली और रोहित जैसे कप्तानों के बाद टीम की कमान संभालते हैं, तो एक स्वाभाविक तुलना होती है. मैदान पर गिल की मौजूदगी वैसी प्रभावशाली नहीं थी. मुझे तो लगा जैसे मैदान पर कई कप्तान थे. हुसैन ने कहा कि गिल मैदान पर फैसले लेने में निर्णायक नहीं दिखे और उनकी रणनीति अधिकतर प्रतिक्रियात्मक थी,ना कि सक्रिय. उन्होंने यह भी कहा कि गिल सीनियर खिलाड़ियों जैसे केएल राहुल और ऋषभ पंत के साथ जिम्मेदारियां साझा करते दिखे,जिससे कप्तानी में स्पष्टता की कमी महसूस हुई.
हुसैन ने मैच में रवींद्र जडेजा की गेंदबाजी के उपयोग पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि गिल को बतौर कप्तान अपने अनुभवी स्पिनर को बेहतर गाइड करना चाहिए था. हुसैन ने कहा मैच के दौरान देखा गया कि जडेजा गेंद को उस रफ एरिया में डाल ही नहीं रहे थे,जो बल्लेबाजों के लिए मुश्किल पैदा कर सकता था. रवि शास्त्री और मार्क बुचर के हवाले से हुसैन ने बताया कि गेंदबाज रफ एरिया का इस्तेमाल ही नहीं कर पाए. रवि शास्त्री बार-बार कह रहे थे कि गेंद थोड़ी बाहर फेंको,धीमी फेंको ताकि रफ में पड़ी गेंद असर करे. लेकिन मैदान पर न तो कप्तान और न ही कोई वरिष्ठ खिलाड़ी जडेजा से इस बारे में बात करता नजर आया.
पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी कहा कि यह हार मुख्य रूप से गेंदबाजी रणनीति और संवाद की कमी के चलते हुई. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि गिल को मैदान पर अधिक निर्णायक और मुखर होना होगा, खासकर तब जब वह अनुभवी खिलाड़ियों के साथ काम कर रहे हैं. अब जब भारत सीरीज के दूसरे टेस्ट की ओर बढ़ रहा है, शुभमन गिल की नेतृत्व क्षमता पर सवाल खड़े हो चुके हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह आलोचनाओं से सीख लेते हुए टीम को अगले मुकाबले में नई ऊर्जा के साथ उतार पाएंगे. कप्तान के रूप में उनका यह शुरुआती दौर भारतीय क्रिकेट के भविष्य की दिशा तय कर सकता है.