अहमदाबाद/नई दिल्ली। गुजरात के अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिवार वालों को एअर इंडिया मुआवजा नहीं देना चाहती है, ऐसा ब्रिटेन की एक कानूनी फर्म ने दावा किया है। 40 से ज्यादा पीड़ित परिवारों का केस लड़ रही इस ब्रिटिश कानूनी फर्म स्टीवर्ट्स के दावे से ब्रिटेन से लेकर इंडिया तक हंगामा खड़ा हो गया है।
बता दें कि स्टीवर्ट्स अहमदाबाद प्लेन क्रैश के 40 से ज्यादा पीड़ित परिवारों का केस लड़ रही है। फर्म के एडवोकेट पीटर नीनन ने कहा है मीडिया से बातचीत में कहा कि एअर इंडिया ने मुआवजा देने से पहले पीड़ित परिवारों से कानूनी रूप से संवेदनशील वित्तीय जानकारियां मांगी है, इससे पीड़ितों का मुआवजे पर हक कम हो सकता है। उधर, एअर इंडिया के अधिकारियों ने इन आरोपों को पूरी तरह से नकार दिया है।
नीनन ने आगे कहा कि एअर इंडिया के लोग इस वक्त हादसे के पीड़ित परिवारों के साथ अनैतिक और अपमानजनक व्यवहार कर रहे हैं। एअर इंडिया अपने इस व्यवहार से करीब 1,050 करोड़ रुपए बचाने की कोशिश कर रहा है। ब्रिटिश वकील ने कहा कि उन्होंने अपने क्लाइंट्स को सलाह दी है कि वो फॉर्म न भरें और मुआवजा पाने लिए वो कानूनी रास्ता अपनाएं।
बता दें कि 12 जून को अहमदाबाद में एअर इंडिया का प्लेन क्रैश हुआ था। हादसे के वक्त विमान में 242 लोग सवार थे। इनमें से सिर्फ एक यात्री की जान बच पाई। वहीं जिस मेडिकल हॉस्टल पर यह विमान क्रैश हुआ था, वहां पर 29 लोगों की जान गई। इस तरह इस प्लेन क्रैश में कुल 270 लोगों की जान गई।