नई दिल्ली। अपनी विस्तारवादी नीति से भारत समेत दुनिया को परेशान करने वाले शी जिनपिंग की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। इस तरह की ख़बरें आ रही है कि चीन का अब जिनपिंग से मोहभंग हो रहा है। सत्ता पलट की ख़बरें तेजी से मीडिया में फ़ैल रही है। कहा जा रहा कि CCP जिनपिंग के विकल्प की तलाश में है। आइये जानते हैं इस तरह की अटकलों के पीछे कारण क्या है?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक CCP यानी Chinese Communist Party को जिनपिंग भार लगने लगे हैं। कई पुराने नेता उनसे नाराज हैं, इस वजह से उनसे कई सारे अधिकार वापस ले लिए गए हैं। इसका मुख्य कारण अमेरिका के साथ आर्थिक युद्ध और देश के अंदर चल रही राजनीति बताई जा रही। दावा किया जा रहा है कि PLA के सीनियर अफसर झांग और जिनपिंग के बीच में तनाव है। उनसे तनाव के बाद जिनपिंग की निजी सुरक्षा भी घटाने की ख़बरें सामने आ रही। कहा जा रहा जिनपिंग हाउस अरेस्ट में हैं।
जिनपिंग पिछले 15 दिनों से सार्वजानिक कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए हैं। पोलिट ब्यूरो की बैठक से गायब रहे और BRICS समिट में भी शामिल नहीं हुए। इतना ही नहीं चीनी सरकार के अखबारों में उनकी कवरेज तक नहीं हो रही है। ग्लोबल टाइम्स ने चल रहे कयासों का खंडन भी नहीं किया है। सत्ता में आने के बाद से ऐसा पहली बार हुआ है जब जिनपिंग BRICS सम्मेलन में नहीं पहुंचे थे। उनकी जगह पर चीनी प्रधानमंत्री ली क्यांग और डिप्टी पीएम हे लीफेंग शामिल हुए। न ही उनका कोई बयान सामने आया है और न कोई तस्वीर। किसी तरह के इवेंट्स में उन्होंने शिरकत नहीं की है।
बीते 4 जुलाई को चीनी सरकार ने अपने 3 बड़े सैन्य अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया। इसमें जनरल मियाओ हुआ, सीनियर न्यूक्लियर साइंटिस्ट लियू शिपेंग और नौसेना प्रमुख ली हानजुन शामिल रहे। इनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। हालांकि जानकारों की माने तो ये कार्रवाई भीतर चल रहे असंतोष को दबाने के लिए हुआ। जिनपिंग के उत्तराधिकारी के तौर पर दो बड़े नेताओं का नाम सामने आया है। इसमें पूर्व डिप्टी पीएम वांग यांग और जनरल झांग यूक्सिया उनके उत्तराधिकारी के रूप में पहली पसंद बताये जा रहे।
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