IND vs ENG 3rd Test : लॉर्ड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन विकेटकीपिंग करते हुए उंगली में चोट लगने के बाद ऋषभ पंत दूसरे दिन मैदान पर नहीं उतरे. पंत की जगह इंग्लैंड की बाकी पारी में ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली. जिसके बाद प्रशंसक सोचने लगे क्या पंत को अपने नियमित स्थान पर बल्लेबाजी की अनुमति मिलेगी? इसको लेकर कई तरह के सवाल भी किए जा रहे थे.
क्या चोट के बाद पंत को अपने नियमित स्थान पर बल्ले बाजी की अनुमति मिलेगी? यह नियम के खिलाफ तो नहीं है. इसका जवाब है हाँ और यह पूरी तरह से नियमों के दायरे में है.
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जानकारी के लिए बता दें कि ICC की खेल नियमों के अनुसार यदि कोई खिलाड़ी बाहरी चोट या बीमारी के कारण फील्डिंग नहीं करता है तो उसे अपने नियमित स्थान पर बल्लेबाजी करने की अनुमति है, लेकिन शर्ते है कि अनुपस्थिति वैध मानी जाए. चूंकि पंत की चोट खेल के दौरान लगी थी और टीम के फिजियो ने इसकी पुष्टि की थी,इसलिए प्रोटोकॉल का कोई उल्लंघन नहीं हुआ. यह उन स्थितियों से अलग है जहां खिलाड़ी सामरिक कारणों से जानबूझकर मैदान से बाहर रहते हैं. ऐसे मामलों में खिलाड़ी पर बल्लेबाजी प्रतिबंध लग सकता है और वह एक निश्चित संख्या में ओवर बीत जाने के बाद ही मैदान पर आ सकता है.
शुरुआती बल्लेबाजों के जल्दी आउट हो जाने के कारण पंत का पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आना भारत के लिए बहुत बड़ा प्रोत्साहन साबित हुआ. वह तब बल्लेबाजी के लिए आए जब इंग्लैंड के 387 रनों के जवाब में भारत ने तीन विकेट सिर्फ 65 रन पर गंवा दिए थे. उन्होंने और केएल राहुल ने एक ठोस साझेदारी करके पारी को संभाला.