Uttar Pradesh Weather : उत्तर प्रदेश में मानसून अब पूरी तरह से एक्टिव हो गया हैं। लगातार हो रही तेज बारिश से लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी के साथ-साथ 20 से ज्यादा शहरों में पानी भर गया हैं। गंगा, यमुना जैसी बड़ी नदियां खतरे की सीमा के पास बह रही हैं। कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और लोगों का जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा हैं।
प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का पानी बहुत बढ़ गया हैं। इससे शहर के 15 से ज्यादा इलाके पूरी तरह पानी से घिर गए हैं। करीब 5 लाख लोग बाढ़ की समस्या से परेशान हैं। सबसे बड़ा श्मशान घाट दारागंज पानी में डूब गया हैं। इस कारण लोगों को सड़कों पर शवों का अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है। गंगा और यमुना नदी के किनारे 200 से ज्यादा गांव में भी पानी भर गया हैं। लोग अपने घर को छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जा रहे हैं।
वाराणसी में गंगा नदी का पानी लगातार बढ़ता जा रहा हैं। गंगा अब खतरे के निशान से सिर्फ 1.56 मीटर नीचे हैं। शहर के सभी घाट पानी में डूब चुके हैं। घाटों के पास बने कई मंदिर भी पानी में डूब गए हैं। इनमें मशहूर शीतला माता मंदिर भी शामिल हैं। माना जाता है कि गंगा माता शीतला माता के चरणों को छूने के लिए इस रूप में आती हैं।
बारिश और बाढ़ की वजह से लोगों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। कई इलाकों में स्कूल को बंद करने को कह दिया गया हैं। लोग घर छोड़कर कई ओर जाने के लिए मजबूर हो गए हैं। सरकार की तरफ से मदद की जा रही हैं, लेकिन हालात अभी भी खराब हैं। उत्तर प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ ने लोगों की जिंदगी मुश्किल बना दी हैं। कई जगहों पर हालात खराब हैं। सरकार को लोगों को बचाने का काम जल्द से जल्द शुरू करना चाहिए। ताकि लोगों की मदद हो सके।
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