पटना। नकली दवा मामले में दोषी पाए गए नीतीश सरकार में मंत्री जीवेश मिश्रा को लेकर विपक्षी पार्टियां हमलावर हो गई है। विपक्ष ने मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस ने जीवेश मिश्रा से इस्तीफा माँगा है। साथ ही भाजपा से मांग की है कि ऐसे नेता को तुरंत पार्टी से निष्कासित किया जाए।
बता दें कि राजस्थान की राजसमंद कोर्ट ने बिहार के नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा को 15 साल पुराने मामले में पिछले महीने दोषी करार दिया था। 1 जुलाई को इसपर फैसला सुनाया गया है। कोर्ट ने मंत्री को 7000 रुपये का जुर्माना भरने को कहा। साथ में सदाचार बनाए रखने के शर्त पर छोड़ दिया। अब कांग्रेस ने नकली दवाओं के नेटवर्क और कनेक्शन की जांच की मांग की है। पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने जीवेश मिश्रा पर आरोप लगाया है कि वो नकली दवा माफिया हैं। नकली दवा बेचकर आम लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे।
पप्पू यादव ने कहा कि जीवेश यादव बिहार की जनता के साथ कितना कुकर्म कर रहे होंगे। जाले की जनता को इस बार के विधानसभा चुनाव में उन्हें सबक सिखाना चाहिए। रिपोर्ट्स के मुताबिक नकली दवाओं से जुड़ा यह मामला सितंबर 2010 का है। राजस्थान के देवगढ़ स्थित कंसारा ड्रग्स डिस्ट्रीब्यूटर्स कंपनी में निरीक्षण के दौरान दवाओं के सैंपल लिए गए थे। जब इसका लैब में टेस्ट हुआ तो मिलावट पाई गई।
कंसारा ड्रग्स डिस्ट्रीब्यूटर्स को इन दवाओं की सप्लाई ऑल्टो हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड समेत दो अन्य फर्मों ने की थी। जीवेश मिश्रा इस कंपनी के निदेशक हैं, इस वजह से उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। 4 जून 2025 को राजसमंद कोर्ट ने जीवेश मिश्रा समेत 9 आरोपियों को दोषी करार दिया। 1 जुलाई को कोर्ट ने उन्हें राहत देते हुए सिर्फ अर्थदंड लगाया। अपराधी परिवीक्षा अधिनियम के तहत सदाचार बनाए रखने की शर्त पर जीवेश मिश्रा को छोड़ा गया है।