Sanitary pads photo controversy : आगामी विधानसभा चुनावों से पहले बिहार में कांग्रेस द्वारा शुरू की गई प्रियदर्शिनी उड़ान योजना एक बड़े राजनीतिक विवाद की वजह बन गई है. बता दें कि इस योजना के तहत पार्टी राज्य की महिलाओं को पांच लाख मुफ्त सैनिटरी नैपकिन के बॉक्स वितरित करने जा रही है.इस सैनिटरी नैपकिन के बॉक्स पर राहुल गांधी की तस्वीर छपी हुई है. इसको लेकर एक तरफ जहां कांग्रेस  इस पहल को  ग्रामीण महिलाओं में मासिक धर्म स्वच्छता को लेकर जागरूकता फैलाना बताया रही है, वहीं  बॉक्स पर राहुल गांधी की तस्वीर को लेकर विवाद हो रहा है.

विपक्षी दलों का विरोध

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (यूनाइटेड) ने इस अभियान की तीखी आलोचना की है. जदयू के एमएलसी और प्रवक्ता नीरज कुमार ने कांग्रेस पर महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह महिलाओं का सीधा अपमान है. कांग्रेस ने अपने सहयोगी आरजेडी की राह पकड़ ली है. भाजपा प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी पहले भी शिष्टाचार की कमी के लिए चर्चा में रहे हैं और अब इस तरह की योजना उनके वैचारिक दिवालियापन को दर्शाती है. महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए कांग्रेस स्तरहीन राजनीति पर उतर आई है.

महिलाओं की भी आ रही प्रतिक्रिया

वहीं इस विवाद पर कई महिलाओं ने भी नाराजगी जाहिर की है. मीडिया रिपोर्ट में मुजफ्फरपुर की पिंकी कुमारी के हवाले से बताया गया कि पिंकी का कहना है कि यह उन महिलाओं का अपमान है जो सैनिटरी पैड जैसे निजी उत्पाद का इस्तेमाल करती हैं. इस पर पुरुष राजनेता की तस्वीर छापना बिल्कुल अनुचित है. कांग्रेस महिला मतदाताओं का समर्थन पाने के लिए बहुत नीचे गिर चुकी है तो वैशाली की सुनीता सिंह का मानना है कि राहुल गांधी शायद पैडमैन बनने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इसका तरीका गलत है. महिलाओं की मदद करने के लिए नीतिगत बदलाव और सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए, न कि इस तरह की प्रचार सामग्री पर.

कांग्रेस ने किया योजना का  बचाव

बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार ने योजना का बचाव करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता को लेकर जागरूकता बढ़ाना है. उन्होंने कहा कि हम बिहार की महिलाओं के लिए एक विशेष योजना लेकर आए हैं. मुफ्त सैनिटरी नैपकिन के जरिए हम जागरूकता फैलाना चाहते हैं.

अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की प्रमुख अलका लांबा ने भी भाजपा की आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि आज सवाल यह नहीं है कि राहुल जी की तस्वीर क्यों लगी,बल्कि यह है कि आज भी बिहार की कई लड़कियां मासिक धर्म के दौरान कपड़ा इस्तेमाल करने को मजबूर हैं. उन्होंने आगे कहा कि सिंदूर की डिब्बी से लेकर वैक्सीन सर्टिफिकेट तक हर चीज पर प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर छापने वाली भाजपा को अब राहुल जी की तस्वीर से दिक्कत हो रही है. कांग्रेस वह काम कर रही है, जो सरकार को करना चाहिए था. यह राहुल गांधी की प्रेरणा और दूरदर्शिता का नतीजा है.