Noida News : गर्भावस्था एक ऐसी स्थिति होती है जब मां को अपने साथ-साथ एक और जान का ख्याल रखना पड़ता है। कुछ भी खाने-पीने, रहने और जीवनशैली को अपनाने से पहले अपने बच्चे के बारे में सोचा जाता है। ऐसे में गर्मियां शुरू हो गई हैं। इस भयंकर गर्मी में बच्चे का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। गर्मियों का मौसम गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष चुनौती लेकर आता है। तेज धूप, बढ़ता तापमान और डिहाइड्रेशन की समस्या न केवल मां के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए भी जोखिम बन सकती है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मीरा पाठक के अनुसार, गर्मियों में विशेष सावधानी बरतकर मिसकैरेज और अन्य जटिलताओं से बचा जा सकता है।

पर्याप्त पानी पिएं और हाइड्रेशन बनाए रखें

गर्मियों में सबसे महत्वपूर्ण बात है शरीर में पानी की कमी न होने देना। गर्भवती महिलाओं को दिन में कम से कम 3-4 लीटर पानी पीना चाहिए। नारियल पानी, छाछ, नींबू पानी और ताजे फलों का जूस भी अच्छे विकल्प हैं। डिहाइड्रेशन से बचने के लिए बार-बार थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें और प्यास लगने का इंतजार न करें।

तापमान नियंत्रण और ठंडक का ध्यान रखें

अत्यधिक गर्मी से बचना गर्भावस्था में बेहद जरूरी होता है। दिन के सबसे गर्म समय (सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक) घर से बाहर निकलने से बचें। घर में एसी या कूलर का इस्तेमाल करें लेकिन तापमान 24-26 डिग्री के बीच रखें। बाहर जाना जरूरी हो तो छाता, टोपी और सनस्क्रीन का प्रयोग करें।

इन कपड़ों को ही पहनें

गर्मियों में हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें जो पसीना सोखने में मदद करते हैं। प्रेगनेंट महिला टाइट फिटिंग के कपड़े न पहनें क्योंकि ये हवा के संचार में बाधा डालते हैं। ढीले-ढाले और आरामदायक कपड़े चुनें जो शरीर को ठंडा रखने में मदद कर सकते हैं।

आहार और सही खानपान

गर्मियों में भारी और तली-भुनी चीजों से बचें। ताजे फल, सब्जियां, दही, छाछ जैसी चीजों को अपने आहार में शामिल करें। तरबूज, खीरा, टमाटर जैसे पानी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं। भोजन ठंडा होने के बाद ही खाएं और छोटे-छोटे भागों में दिन में 5-6 बार खाना लें।

पर्याप्त आराम और नींद लें

गर्मी के कारण रात में नींद प्रभावित हो सकती है। कमरे को ठंडा रखें और आरामदायक बिस्तर का इस्तेमाल करें। दिन में भी थोड़ी देर आराम करें और अनावश्यक शारीरिक गतिविधियों से बचें। स्ट्रेस को कम करने के लिए मेडिटेशन या हल्के व्यायाम का सहारा लें। खुश रहने की भी सबसे ज्यादा जरूरत होती है इसलिए जो मन करें उसको करें।

डॉक्टर की सलाह और नियमित जांच

गर्मियों में किसी भी तरह की अजीब महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यदि चक्कर आना, उल्टी, तेज बुखार या पेट में दर्द हो तो देरी न करें। नियमित चेकअप कराते रहें और डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा न लें। सप्लीमेंट्स के लिए भी डॉक्टर की सलाह जरूरी है।

इन संकेतों को न करें नजरअंदाज

यदि तेज सिरदर्द, देखने में धुंधलाहट, पैरों में सूजन, सांस लेने में तकलीफ या असामान्य रक्तस्राव हो तो तुरंत अस्पताल जाएं। ये लक्षण गंभीर जटिलताओं के संकेत हो सकते हैं जिनका तत्काल इलाज जरूरी है। अगर आप इन चीजों को नजरअंदाज करते हैं तो ये आप और आपके बच्चे के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है।

हेल्दी बेबी को जन्म दें

डॉक्टर मीरा का कहना है कि गर्मियों में थोड़ी सी सावधानी और सही देखभाल से एक स्वस्थ गर्भावस्था बनाए रखी जा सकती है। याद रखें कि हर गर्भावस्था अलग होती है, इसलिए अपने डॉक्टर से नियमित संपर्क बनाए रखें और उनकी सलाह के अनुसार ही लाइफस्टाइल में बदलाव करें। अगर आप इन बातों का ख्याल रखते हैं तो आपको किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी आप एक हेल्दी बच्चे को जन्म देंगी।