कनिका कटियार
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी सांसद शशि थरूर को लेकर पहली बार खुलकर बयान दिया है। खरगे ने शशि थरूर द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बार-बार की जा रही तारीफों पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा, ‘जिसको जो लिखना है, वह लिखे। हम उस पर दिमाग नहीं लगाना चाहते। हम देश के लिए लड़ रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे। हम किसी की बात पर ध्यान नहीं देते।’
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे का यह बयान साफ संकेत देता है कि पार्टी अब थरूर की बातों को गंभीरता से लेने के मूड में नहीं है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस नेतृत्व अब थरूर को मनाने के पक्ष में नहीं है और उन्हें उनके हाल पर छोड़ने का फैसला किया गया है।
दरअसल, शशि थरूर ने हाल ही में एक लेख में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वैश्विक मंचों पर भूमिका की तारीफ की थी। उन्होंने लिखा था कि “मोदी की एनर्जी, सक्रियता और संवाद की इच्छा भारत की प्रमुख संपत्ति (प्राइम एसेट) है।” इसके बाद से थरूर पार्टी के भीतर आलोचना का केंद्र बन गए थे।
राजनीतिक गलियारों में इस बात की जोरदार चर्चा शुरू हुई कि आख़िरकार थरूर कांग्रेस नेतृत्व की लाइन से हटकर लगातार केंद्र सरकार की सराहना कर रहे हैं, जो संकेत हो सकता है कि वे भविष्य में कोई अलग सियासी राह अख्तियार कर सकते हैं।
विशेष रूप से केरल में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले शशि थरूर का रुख अहम माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि थरूर अपनी अगली रणनीति पर मंथन कर रहे हैं और आने वाले समय में कोई बड़ा सियासी फैसला ले सकते हैं।
कांग्रेस के भीतर जिस तरह की असहजता थरूर की हालिया टिप्पणियों को लेकर है, उससे यह स्पष्ट है कि पार्टी और थरूर के बीच दूरी बढ़ती जा रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि शशि थरूर कांग्रेस में बने रहते हैं या फिर अपनी राजनीतिक राह अलग करते हैं।
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