अहमदाबाद/नई दिल्ली। अहमदाबाद प्लेन हादसे के 27 घंटे बाद शुक्रवार को ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की टीम को ब्लैक बॉक्स हॉस्टल की छत पर मिला है। अब ब्लैक बॉक्स के जरिए पता चल सकेगा कि क्रैश होने के पहले विमान में क्या-क्या हुआ था।
आइए आपको बताते हैं कि ब्लैक बॉक्स क्या होता है और ये प्लेन क्रैश के बाद जांच में कैसे मदद करता है….
बता दें कि चाहे सिविल या मिलिट्री विमान हो या फिर हेलीकॉप्टर, सबमें एक ब्लैक बॉक्स होता है। इस ब्लैक बॉक्स को टेक्निकल भाषा में फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर कहते हैं। यह विमान की सारी जानकारी रिकॉर्ड करता है। चाहे विमान ग्राउंड पर खड़ा हो या फिर वो उड़ान पर हो, ब्लैक बॉक्स सब कुछ रिकॉर्ड करता रहता है।
ब्लैक बॉक्स स्टील और टाइटेनियम से बनी हुई एक रिकॉर्डिंग डिवाइस है। यह कई तरह के सिग्नल, तकनीकी डेटा और बातचीत की रिकॉर्डिंग करता है। इसमें दो तरह की रिकॉर्डिंग होती हैं। पहली डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डिंग और दूसरी कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डिंग।
डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डिंग में विमान की स्पीड, ऊंचाई, उड़ान का ट्रैक रिकॉर्ड और प्लेन के वर्टिकल मोशन का डेटा होता है। वहीं कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर में पायलट और उसके सहयोगियों की बातचीत, पायलट की एयर ट्रैफिक कंट्रोल ऑफिस के अधिकारियों से होने वाली बातचीत की रिकॉर्डिंग होती हैं।