नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ रिटायरमेंट के बाद भी अपने सरकारी बंगले- 5, कृष्ण मेनन मार्ग में रह रहे हैं। इसे लेकर अब सुप्रीम कोर्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने केंद्र सरकार को लेटर लिखा है। इस पत्र में कहा गया है कि पूर्व सीजेआई से जल्द से जल्द उनका बंगला खाली करा लिया जाए, ताकि हम उसे फिर से अदालत के हाउसिंग पूल में शामिल कर सकें।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में इस वक्त चीफ जस्टिस बीआर गवई को मिलाकर कुल 33 जज हैं। सर्वोच्च न्यायालय में जजों की सेंक्शन संख्या 34 है। रिपोर्ट्स के मुताबिक शीर्ष कोर्ट के चार जजों को अभी तक सरकारी बंगला नहीं दिया गया है।
बताया जा रहा है कि तीन जज फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के ट्रांजिट अपार्टमेंट में, वहीं एक जज स्टेट गेस्ट हाउस में रह रहे हैं। शीर्ष अदालत ने कहा है कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द 5, कृष्ण मेनन मार्ग बंगला खाली कराए।
बता दें पूर्व सीजेआई चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 को सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए थे। नियमों के मुताबिक, चीफ जस्टिस को उनके कार्यकाल के दौरान टाइप VIII (टाइप-8) बंगला दिया जाता है। रिटायरमेंट होने के बाद वो 6 महीने तक टाइप VII (टाइप 7) बंगले में रह सकते हैं। जिसका उन्हें किराया नहीं देना पड़ेगा।
फिलहाल पूर्व मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ को रिटायर हुए 8 महीने से ज्यादा वक्त बीत चुका है। रिटायरमेंट के बाद अभी तक चंद्रचूड़ खुद को अलॉट हुए टाइप VIII बंगले में ही रह रहे हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक पूर्व सीजेआई चंद्रचूड़ के बाद उनके दोनों उत्तराधिकारियों- पूर्व चीफ जस्टिस संजीव खन्ना और मौजूदा चीफ जस्टिस बीआर गवई 5, कृष्ण मेनन मार्ग में शिफ्ट नहीं हुए हैं। दोनों जस्टिस फिलहाल अपने पुराने बंगले में ही रह रहे हैं। यही वजह है कि सुप्रीम कोर्ट एडमिनिस्ट्रेशन चाहता है कि पूर्व CJI चंद्रचूड़ टाइप-8 बंगला खाली कर दें।
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