नई दिल्ली। इजरायल और ईरान के बीच जंग की वजह से मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ गए हैं। दोनों तरफ से जारी ताबड़तोड़ हमले के बीच इजरायल के रक्षा मंत्री ने चीफ ऑफ़ स्टाफ की बैठक बुलाई। इस मीटिंग के बाद उन्होंने कहा कि अगर ईरान ने मिसाइलें दागनी नहीं बंद की तो वो तेहरान को जला देंगे। ईरान हमले में इजरायल के तीन लोगों की मौत हो गई है। कई इमारत जमींदोज हो गए हैं। रक्षा मंत्री कैट्ज ने कहा कि इजरायली नागरिकों को नुकसान पहुंचाने पर ईरान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
कैट्ज ने कहा कि अगर सुप्रीम लीडर अयातुल्ली अली खान मिसाइलें दागना जारी रखते हैं तो फिर हम तेहरान को जला देंगे। इससे पहले पीएम नेतन्याहू ने ईरान को खुली धमकी दी थी। नेतन्याहू ने कहा कि अभी तो सिर्फ शुरुआत हुई है, अभी और तबाही मचनी बाकी है। किसी को नहीं बख्शा जाएगा। ईरान इजरायल के अस्तित्व को खत्म करना चाहता है। वह खतरा बन चुका है, हम इस खतरे को जड़ से खत्म कर देंगे।
नेतन्याहू ने कहा कि ईरान का बर्बर शासन दशकों से इजरायल के विनाश की खुलेआम धमकी दे रहा है। हाल के महीनों में हमें खुफिया जानकारी मिली कि ईरान परमाणु हथियार हासिल करने के करीब पहुंच गया है। हाल के वर्षों में ईरान के पास नौ परमाणु बम बनाने के लिए पर्याप्त यूरेनियम है। यह न सिर्फ इजरायल बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर खतरा है। हम ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने की अनुमति नहीं दे सकते क्योंकि यह हमारे देश और हमारे बच्चों के भविष्य के लिए खतरा है।
नेतन्याहू ने पहले धमकी देते हुए कहा था कि पिछले कुछ महीनों में ईरान ने ऐसे कदम उठाए हैं जो उसने पहले कभी नहीं उठाए थे। अगर इसे नहीं रोका गया तो फिर ईरान बहुत कम समय में परमाणु हथियार तैयार कर लेगा। यह समय एक साल, कुछ महीने या उससे भी कम हो सकता है। यह इजरायल के अस्तित्व के लिए एक बड़ा खतरा है। 80 साल पहले यहूदी लोग नाजी नरसंहार के शिकार बने थे।