भुवनेश्वर। ओडिशा के गंजाम जिले में गो तस्करी के शक में दो दलित युवकों के साथ बुरी तरह से मारपीट की गई है। युवकों का आधा सिर मुंडवाया गया फिर उन्हें घुटने के बल पर रेंगने के लिए कहा। इसके बाद उन्हें घास खाने और नाले का पानी पीने के लिए मजबूर किया गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी इसे लेकर प्रतिक्रिया दी है।
पिलाया नाले का पानी
पुलिस के मुताबिक सिंगीपुर गांव के निवासी बाबूला नायक और बुलू नायक हरिपुर से दो गाय और एक बछड़ा लेकर अपने गांव जा रहे थे। खारीगुमा गांव में गौरक्षकों ने उन्हें रोक लिया। उनसे 30 हजार रुपए मांगे गए। जब उन्होंने देने से मना किया तो उनकी पिटाई की गई। उन्हें सैलून ले जाया गया और उनके आधे सिर मुंडवा दिए गए। उन्हें घुटनों के बल एक किलोमीटर तक घिसटने के लिए मजबूर किया गया। उन्हें घास खिलाया गया। उन्हें नाले का पानी पिलाया गया।
संविधान पर हमला
राहुल गाँधी ने घटना का वीडियो सामने आने के बाद कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा- ओडिशा में दो दलित युवकों को घुटनों पर चलने, घास खाने और गंदा पानी पीने पर मजबूर करना सिर्फ़ अमानवीय नहीं, बल्कि मनुवादी सोच की बर्बरता है। ये घटना उन लोगों के लिए आईना है जो कहते हैं कि जाति अब मुद्दा नहीं रही।दलितों की गरिमा को रौंदने वाली हर घटना, बाबा साहेब के संविधान पर हमला है – बराबरी, न्याय और मानवता के ख़िलाफ़ साज़िश है।
मनुस्मृति से नहीं चलेगा देश
राहुल आगे लिखते हैं कि भाजपा शासित राज्यों में ऐसी घटनाएं आम होती जा रही हैं क्योंकि उनकी राजनीति ही नफ़रत और ऊँच-नीच पर टिकी है। विशेषकर ओडिशा में SC, ST और महिलाओं के ख़िलाफ़ अत्याचार चिंताजनक रूप से बढ़े हैं। दोषियों को तुरंत गिरफ़्तार कर कड़ी सज़ा दी जानी चाहिए। देश संविधान से चलेगा, मनुस्मृति से नहीं।