लखनऊ। यूपी के इटावा में एक गैर ब्राह्मण कथावाचक के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। कथावाचक ने आरोप लगाया है कि उनकी चोटी काटकर सिर मुंडवा दिया गया। इतना ही नहीं इसके बाद महिला के पैर पर नाक रगड़वाई गई। कथावाचक के साथी के साथ भी मारपीट कर सिर मुंडवाया गया है। लोगों ने हारमोनियम तक तोड़ दी। आरोपियों का कहना है कि ब्राह्मणों के गांव में भागवत कथा कहने की हिम्मत कहां से हुई?
4 लोग गिरफ्तार
यह घटना 22 जून को हुई है। अब इसका वीडियो सामने आया है। इसमें कुछ लोग कथावाचक मुकुटमणि यादव और उनके साथी के साथ मारपीट कर रहे हैं। मामल बकेवर थाना के दादरपुर गांव का बताया जा रहा। कथावाचक ने आरोप लगाया है कि यादव समाज से होने के कारण उनके साथ मारपीट की गई है। मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
ये है पूरी घटना
कथा वाचक मुकुट मणि यादव कानपुर के बताए जाते हैं। वो संत सिंह यादव और श्याम कठेरिया बकेवर के साथ मिलकर भागवत कथा का पाठ करते हैं। मुकुट मणि सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दादरपुर गांव के पप्पू बाबा के यहां 21 से 27 जून तक भागवत कथा करनी थी। पहले दिन शाम में भोजन करने के दौरान पप्पू बाबा ने मुझसे मेरी जाति पूछी। जब मैंने उन्हें कहा कि यादव हूं तो दलित होने का आरोप लगाया। मुझसे कहा कि ब्राह्मणों के गांव में भागवत कथा करने की हिम्मत कैसे हुई?
छीन लिए पैसे
मुकुटमणि यादव आगे बताते हैं कि पप्पू बाबा के साथ अन्य लोगों ने मुझे लात-घूसे, जूते और चप्पलों से बहुत मारा। महिलाओं और पुरुषों के पैर पर सिर रखकर माफी मंगवाई। 25 हजार रुपए और एक सोने की चेन भी छीन ली गई। इस घटना से यूपी में बवाल हो गया है। समाजवादी पार्टी हमलावर हो गई है।
आंदोलन करेंगे अखिलेश
अखिलेश यादव ने घटना का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है–हमारा संविधान जातिगत भेदभाव की अनुमति नहीं देता है, ये व्यक्ति की गरिमा और प्रतिष्ठा से जीवन जीने के मौलिक अधिकार के विरुध्द किया गया अपराध है। सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ़्तारी हो और यथोचित धाराओं में मुक़दमा दर्ज़ किया जाए।
अगर आगामी 3 दिनों में कड़ी कार्रवाई नही हुई तो हम ‘पीडीए के मान-सम्मान की रक्षा’ के एक बड़े आंदोलन का आह्वान कर देंगे। पीडीए के मान से बढ़कर कुछ नहीं!