नई दिल्ली। घाना दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वहां सर्वोच्च सम्मान दिया गया। बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी ‘द ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से सम्मानित किए गए। इसके अलावा दोनों देशों ने 4 MoU पर हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री मोदी ने सर्वोच्च सम्मान मिलने पर घाना के लोगों का आभार व्यक्त किया।

क्या बोले मोदी

पीएम मोदी ने X पर तस्वीरें पोस्ट कर कहा- मैं घाना के लोगों और सरकार को मुझे ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से सम्मानित करने के लिए धन्यवाद देता हूं। यह सम्मान हमारे युवाओं के उज्ज्वल भविष्य, उनकी आकांक्षाओं, हमारे अधिकारों को समर्पित है।

यह सम्मान एक जिम्मेदारी भी है; भारत-घाना मित्रता को और मजबूत बनाने के लिए काम करते रहना। भारत हमेशा घाना के लोगों के साथ खड़ा रहेगा और एक भरोसेमंद दोस्त के रूप में योगदान देना जारी रखेगा और विकास करेगा।

भारत आएंगे घाना के राष्ट्रपति

इससे पहले राष्ट्रपति जॉन महामा के साथ मुलाकात के बाद उन्होंने जॉइंट स्टेटमेंट जारी किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और घाना आतंकवाद को मानवता का दुश्मन मानते हैं। दोनों इसके खिलाफ मिलकर काम करेंगे। यह समय युद्ध का नहीं है। बातचीत और डिप्लोमेसी के जरिए समस्याओं को सुलझाना चाहिए। पीएम ने कहा कि भारत और घाना के बीच में व्यापार 25 हजार करोड़ से ज्यादा का है। आने वाले 5 सालों में इसे दोगुना करना है। इस दौरान पीएम मोदी ने घाना के राष्ट्रपति को भारत आने का न्योता दिया।

गांधी के आदर्शों को मानता है घाना

बता दें कि पीएम मोदी का यह पहला घाना दौरा है। इससे पहले पंडित नेहरू और नरसिम्हा राव दौरा कर चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत और घाना एक दूसरे के मजबूत समर्थक रहे हैं। दोनों NAM यानी गुटनिरपेक्ष आंदोलन के सदस्य हैं। UN में घाना भारत की स्थाई सदस्यता के दावे का समर्थन करता है। मालूम हो कि घाना ब्रिटेन से आजाद होने वाला पहला अफ्रीकी देश था। गांधी के आदर्शों का पालन करते हुए घाना आजाद हुआ था।