Robert Vadra :कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अपने बहनोई रॉबर्ट वाड्रा का समर्थन करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा लगाए गए मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की कड़ी निंदा की है. राहुल ने इन आरोपों को पिछले एक दशक से जारी राजनीतिक उत्पीड़न का हिस्सा करार दिया.
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में राहुल गांधी ने कहा कि मेरे बहनोई रॉबर्ट वाड्रा को पिछले दस वर्षों से मौजूदा सरकार द्वारा लगातार परेशान किया जा रहा है. ईडी का ताजा आरोपपत्र उसी उत्पीड़न की कड़ी में एक और कदम है. मैं रॉबर्ट, प्रियंका और उनके बच्चों के साथ मजबूती से खड़ा हूँ, जो इस दुर्भावनापूर्ण और राजनीतिक रूप से प्रेरित बदनामी का सामना कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि मुझे विश्वास है कि वे इस उत्पीड़न का सामना गरिमा के साथ करेंगे, और अंततः सत्य की जीत होगी.
My brother-in-law has been hounded by this government for the last ten years. This latest chargesheet is a continuation of that witch hunt.
I stand with Robert, Priyanka and their children as they face yet another onslaught of malicious, politically motivated slander and…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 18, 2025
ज्ञात हो कि गुरुवार को ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ एक आरोपपत्र दाखिल किया, जिसमें उन पर गुड़गांव में 58 करोड़ रुपये से अधिक के भूमि सौदे में आरोप लगाया गया. यह आरोपपत्र ईडी द्वारा वाड्रा से जुड़ी 37 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त करने के एक दिन बाद दाखिल किया गया. आरोपपत्र में वाड्रा के अलावा 11 अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है, जिनमें ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज़ और इसके प्रमोटर/निदेशक सत्यानंद याजी और केएस विर्क शामिल हैं. हालांकि दिल्ली की राउज एवेन्यू अदालत ने अभी तक इस आरोपपत्र पर संज्ञान नहीं लिया है.
वाड्रा के कार्यालय ने ईडी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे राजनीतिक उत्पीड़न का हिस्सा बताया. कार्यालय के बयान में कहा गया कि वाड्रा ने हमेशा कानून का पालन करने वाले नागरिक के रूप में जांच एजेंसियों को पूरा सहयोग दिया है और आगे भी देंगे. हमें विश्वास है कि वे अदालत में अपना बचाव करेंगे और अपने नाम को निर्दोष साबित करेंगे.
ईडी की यह मनी लॉन्ड्रिंग जांच गुड़गांव पुलिस द्वारा 2018 में दर्ज एक एफआईआर पर आधारित है, जिसमें भूमि सौदे में धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था. बुधवार को ईडी ने वाड्रा और उनकी कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ी 43 संपत्तियों को जब्त किया, जिनकी कीमत 37 करोड़ रुपये से अधिक बताई गई है.