News India 24x7
  • होम
  • देश
  • भारत से गद्दारी, पड़ेगी भारी : ज्योति मल्होत्रा के बाद अब ISI की मदद करने वाला शकूर खान अरेस्ट

भारत से गद्दारी, पड़ेगी भारी : ज्योति मल्होत्रा के बाद अब ISI की मदद करने वाला शकूर खान अरेस्ट

शकूर खान अरेस्ट
inkhbar News
  • Last Updated: June 3, 2025 12:40:16 IST

New Delhi : वो कहते हैं जो अपनी मिट्टी के नहीं हुए वो किसके होंगे। ऐसे ही लोगों पर अब भारत सरकार लगातार एक्शन मोड में है। ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के बाद गद्दारों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई चल रही है। देश की सुरक्षा एजेंसियों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारत की मिट्टी पर छिपे गद्दार कितनी भी चालाकी से छिप जाएं, वे कानून की नजरों से नहीं बच सकते हैं। अब राजस्थान इंटेलिजेंस ने जैसलमेर से पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में शकूर खान को कल रात गिरफ्तार किया आज उसको कोर्ट में पेश किया जाएगा। शकूर खान करीब सात बार पाकिस्तान जा चुका है।

ISI का एजेंट बनकर देश को दिया धोका

इंटेलिजेंस का दावा है कि शकूर खान पाक एंबेसी में कार्यरत रहे दानिश उर्फ एहसान उर रहीम के संपर्क में था। इसी दानिश के संपर्क में यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा थी। शकूर ISI के 13 लोगों से टच में था। शकूर फिलहाल रोजगार कार्यालय में क्लर्क है। लेकिन इन सब में सवाल ये है कि आखिर मामूली से रोजगार कार्यालय में क्लर्क पाकिस्तान की ISI के टच में आया कैसे? किस तरह से ये भारत की जानकारी दुश्मन मुल्क को दे रहा था। ऐसी कौन सी वजह थी कि इसने अपने ही देश के साथ गद्दारी करने का फैसला किया।

पूछताछ में हुए चौंकाने वाले खुलासे

पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाली बाते सामने आई हैं। जांच में पता चला है कि शकूर ISI के लोगों से लगातार संपर्क में था। पाकिस्तान में कई नंबरों से उसकी लगातार व्हाट्सएप कॉल के जरिए बातचीत होती थी। यह संदिग्ध गतिविधि लंबे समय से चल रही थी जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा था। सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि शकूर के दो बैंक खाते हैं, जिनमें से एक उसने हाल ही में बंद कर दिया है। यह भी संदिग्ध माना जा रहा है और इसकी जांच की जा रही है।

सात बार का पाकिस्तान दौरा संदेह का कारण

मंगलियों की ढाणी, बड़ोडा गांव के निवासी शकूर खान ने अब तक सात बार पाकिस्तान की यात्रा की है। सबसे गंभीर बात यह है कि अपनी आखिरी यात्रा के दौरान उसने अपने विभाग को इसकी जानकारी नहीं दी थी। सरकारी नियमों के अनुसार, किसी भी सरकारी कर्मचारी को विदेश यात्रा से पहले विभागीय अनुमति लेनी होती है। शकूर कुछ समय पहले बिना विभागीय अनुमति के पाकिस्तान गया था। इस संदिग्ध गतिविधि के आधार पर सुरक्षा एजेंसियों ने उसे हिरासत में लिया था। उसके सरकारी कर्मचारी होने के बावजूद विभाग को बिना सूचना दिए विदेश यात्रा करने से कई सवाल उठ रहे हैं।