अहमदाबाद/नई दिल्ली। अहमदाबाद प्लेन हादसे के करीब 20 घंटे बाद भी प्लेन का ब्लैक बॉक्स बरामद नहीं हो पाया है। जांच में जुटी एजेंसियां क्रैश साइट पर बिखरे विमान के मलबों से सबूत जुटा रही हैं। बताया जा रहा है कि जांच टीम को अभी तक विमान का ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर) नहीं मिल पाया है।

ब्लैक बॉक्स क्या होता है

बता दें कि चाहे सिविल या मिलिट्री विमान हो या फिर हेलीकॉप्टर, सबमें एक ब्लैक बॉक्स होता है। इस ब्लैक बॉक्स को टेक्निकल भाषा में फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर कहते हैं। यह विमान की सारी जानकारी रिकॉर्ड करता है। चाहे विमान ग्राउंड पर खड़ा हो या फिर वो उड़ान पर हो, ब्लैक बॉक्स सब कुछ रिकॉर्ड करता रहता है।

यह कैसे काम करता है

ब्लैक बॉक्स स्टील और टाइटेनियम से बनी हुई एक रिकॉर्डिंग डिवाइस है। यह कई तरह के सिग्नल, तकनीकी डेटा और बातचीत की रिकॉर्डिंग करता है। इसमें दो तरह की रिकॉर्डिंग होती हैं। पहली डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डिंग और दूसरी कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डिंग।

डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डिंग में विमान की स्पीड, ऊंचाई, उड़ान का ट्रैक रिकॉर्ड और प्लेन के वर्टिकल मोशन का डेटा होता है। वहीं कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर में पायलट और उसके सहयोगियों की बातचीत, पायलट की एयर ट्रैफिक कंट्रोल ऑफिस के अधिकारियों से होने वाली बातचीत की रिकॉर्डिंग होती हैं।

ब्लैक बॉक्स नष्ट हुआ तो…

वैसे ब्लैक बॉक्स के नष्ट होने की संभावना बेहद ही कम होती है। इस बॉक्स को बनाया ही ऐसे जाता है कि प्लेन के क्रैश होने के बाद उसकी रिकॉर्डिंग का इस्तेमाल किया जा सके। अभी तक जितने भी विमान हादसे हुए हैं, लगभग सभी में ब्लैक बॉक्स सुरक्षित बरामद हुआ है। लेकिन अगर हादसा इतना ज्यादा भयानक हो कि ब्लैक बॉक्स भी नष्ट हो जाए, तो फिर हादसे की जांच में काफी मुश्किल आती है।