World Youth Skills Day:हर साल 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस मनाया जाता है। इसका मतलब है कि दुनिया भर के युवाओं को अच्छे स्किल्स यानी हुनर सिखाए जाएं, ताकि वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें और कामयाबी हासिल कर सकें। आज के समय में सिर्फ पढ़ाई काफी नहीं है,बल्कि अलग-अलग कामों के लिए अलग-अलग स्किल्स सीखना भी जरूरी है। जैसे डिजिटल स्किल्स,टेक्निकल काम, बोलचाल की कला,बिजनेस चलाना या कंप्यूटर चलाना।
2014 में जुड़ा हुआ राष्ट्र (UN) ने तय किया कि हर साल 15 जुलाई को ये दिन मनाया जाएगा। इसका मतलब था कि हर देश अपने युवाओं को हुनर सिखाए ताकि वे आगे चलकर अच्छा कर सकें और बेरोजगारी भी कम हो।
1.“जिसके पास हुनर है, उसे कोई रोक नहीं सकता।”
2.“पढ़ाई जरूरी है, लेकिन हुनर काम दिलाता है।”
3.“युवा अगर स्किल्स सीख लें, तो देश आगे बढ़ेगा।”
1.स्किल ट्रेनिंग दें: सिर्फ किताबें पढ़ाना काफी नहीं, उन्हें काम करने के तरीके भी सिखाएं।
2.इंटर्नशिप या ट्रायल काम करें: ताकि वह सीखते-सीखते अनुभव भी लें।
3.डिजिटल स्किल्स सिखाएं: जैसे कंप्यूटर, इंटरनेट, डिजाइनिंग, कोडिंग आदि।
4.गांवों तक ट्रेनिंग पहुंचाएं: ताकि हर युवा को बराबर का मौका मिले।
5.उनकी बात सुनने और उनका साथ दें: ताकि उन्हें लगे कि वे समाज के लिए जरूरी हैं।
विश्व युवा कौशल दिवस हमें याद दिलाता है कि युवाओं के पास पढ़ाई के साथ-साथ हुनर होना भी बहुत जरूरी है।
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