Noida News : डर और लालच ये दो ऐसी चीज हैं जो इंसान को ठगों के जाल में फंसा देती है। ऐसे में नोएडा में इन हथियारों का इस्तेमाल करके साइबर क्रिमिनल्स लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। नोएडा पुलिस भी इन जालसाजों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। अब पुलिस ने तीन ऐसे आरोपियों को पकड़ा हैं जिन्होंने तीन महिलाओं को डिजिटल अरेस्ट रख कंगाल कर दिया। अपने जाल में फंसाकर इन लोगों ने साढ़े तीन करोड़ की ठगी को अंजाम दिया है। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

ऐसे बनाया शिकार

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, गिन्नी ने बताया कि उसने अपना बैंक खाता आरोपी विनय को यूज करने के लिए दिया था। इस बैंक खाते में ही ठगी की रकम आती थी। 15 प्रतिशत कमिशन गिन्नी को मिलता था। 3 करोड़ की ठगी में से 93 लाख रूपये गिन्नी के खाते में ट्रांसफर हुए थे। विनय ने बताया कि वह बैंक खाते को 25 प्रतिशत के कमिशन को आगे ट्रांसफर कर देता था। यानी 40 प्रतिशत रकम गिन्नी के खाते में ही आती थी। मंदीप सिंह ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने अपने बैंक खाते पर धोखाधड़ी की धनराशि मंगाने के लिए 50 हजार रुपये अपने एक साथी से लिए और उसको अपना बैंक खाता दे दिया था। मंदीप के खाते में ठगी के 71 लाख आए थे।

पूछताछ में आरोपियों ने कबूला क्राइम

आरोपियों ने बताया कि उन्होंने महिला के लैंडलाइन नंबर पर फोन कर खुद को पुलिस अधिकारी बताकर डिजिटल अरेस्ट कर लिया।अपने जाल में फंसाने के लिए जालसाजों ने उससे कहा था कि उसके आधार का यूज सट्टा खेलने और अवैध हथियार खरीदने में किया गया है। इतना सुनकर महिला डर गई। 30 जून को इस संबंध में केस दर्ज किया गया था। महिला को डिजिटल अरेस्ट करने के बाद आरोपियों ने 3 करोड़ की ठगी की है। पकड़े गए तीनों आरोपियों की पहचान दुपिंदर सिंह उर्फ गिन्नी, विनय समानिया और मंदीप सिंह के रूप में हुई है। तीनों दोस्त ने मिलकर महिला को शिकार बनाया था।