Aaj ka Mausam: देश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल चुका है. एक तरफ जहां उत्तर भारत के राज्यों में तेज बारिश और गरज-चमक ने दस्तक दी है, वहीं दूसरी तरफ पहाड़ी इलाकों में मानसून के साथ-साथ प्राकृतिक आपदाओं का खतरा भी मंडरा रहा है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली-NCR से लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड तक के लिए अलग-अलग अलर्ट जारी किए हैं.
शनिवार को दिल्ली और एनसीआर में अच्छी बारिश हुई. इसके बावजूद मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह मानसून की एंट्री नहीं है. रविवार (29 जून) को दिल्ली-NCR के कुछ हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इस दौरान तेज बारिश के साथ 30–40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है. विभाग ने लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है,खासकर खुले स्थानों पर न जाने और जल भराव वाली सड़कों से बचने की चेतावनी दी गई है.
29 जून को पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने कई जिलों में बिजली गिरने और बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है. खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में वज्रपात का खतरा अधिक बना हुआ है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है. प्रशासन ने जनता से अपील की है कि खराब मौसम के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें और बिजली गिरने की स्थिति में खुले मैदान या पेड़ों के नीचे जाने से बचें.
पटना सहित बिहार के कई जिलों में शनिवार को रुक-रुक कर हल्की बारिश होती रही. मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले 5 दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा. राज्य के 28 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. कैमूर जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है जबकि अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही वज्रपात और तेज गरज-चमक की संभावना को देखते हुए नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
उत्तराखंड में मानसून की दस्तक ने एक ओर जहां गर्मी से राहत दी है, वहीं दूसरी ओर पहाड़ी जिलों में आफत का सबब भी बन गया है. लगातार हो रही रुक-रुक कर बारिश के कारण कई क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे सड़कें बंद हो गई हैं और सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं कुछ इलाके देहरादून,टिहरी,पौड़ी,हरिद्वार,नैनीताल,चंपावत और ऊधमसिंह नगर में रेड अलर्ट जारी किया गया हैं.