AMAZON : ई-कॉमर्स कंपनी अमेज़न एक बार फिर विवादों में है लेकिन कारण वही पुराना है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर कंपनी को लेकर लोग बॉयकॉट अमेज़न ट्रेंड करवा रहे हैं.कंपनी को लेकर किया जा रहा विरोध देशभर में तेजी से फैल रहा है और लोग अमेज़न से जवाबदेही की मांग कर रहे हैं.

क्या है मामला

ताजा मामला कंपनी की साइट पर बिक रही एक किताब को लेकर है. काली मां: ए कलेक्शन ऑफ शॉर्ट स्टोरीज़ शीर्षक के नाम से बिक रही इस किताब को लेकर नाराजगी जताई जा रही है और कंपनी पर हिंदू धर्म और देवी-देवताओं के प्रति अनादर का आरोप लगाया गया है. सोशल मीडिया पर कई पोस्ट्स में दावा किया जा रहा है कि अमेज़न पर ऐसे कई प्रोडक्ट्स और सामग्री उपलब्ध हैं जो किसी खास धर्म के लोगों के धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा सकते हैं. यूजर्स का कहना है कि इस किताब का शीर्षक भ्रामक है और इसमें मां काली की छवि का उपयोग डरावनी कहानियों को बेचने के लिए किया गया है.

इस किताब के लेखक एल.टी. फुल्लाह हैं, जो अमेरिका में रहने वाले पूर्व सिक्योरिटी प्रोफेशनल हैं.सोशल मीडिया पर कई लोगों ने आरोप लगाया है कि यह पुस्तक और उसका प्रचार हिंदू देवी-देवताओं की छवि का व्यावसायिक शोषण है.हालांकि अभी तक अमेज़न की ओर से इस विषय पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.

पहली बार नहीं पहले भी हो चुका है विवाद

बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब अमेज़न पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप लगे हों.बीते दिनों में भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं…

  • 2020: अमेज़न पर हिंदू देवी-देवताओं के चित्र वाले आपत्तिजनक सामान बेचे जाने का मामला.
  • 2021: वेब सीरीज़ तांडव में भगवान शिव के अपमान का आरोप.
  • 2022:देवी-देवताओं की तस्वीर वाली आपत्तिजनक पोशाक की लिस्टिंग.
  • 2023:रक्षाबंधन को Brother-Sister Day कहकर प्रमोट करने पर आलोचना.
  • 2024: पूजा थाली को डेकोरेटिव प्लेट के रूप में लिस्ट करने पर विरोध.

डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए दिशानिर्देश बनाने की मांग

विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि व्यावसायिक लाभ के लिए धार्मिक आस्था का दोहन न केवल गलत है,बल्कि समाज में तनाव पैदा करने वाला भी हो सकता है. कई यूजर्स ने केंद्र सरकार से मांग की है कि ऐसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए कड़े दिशानिर्देश बनाए जाएं ताकि इस तरह की सामग्री या उत्पादों की बिक्री रोकी जा सके.