Donald Trump: अमेरिका के लॉस एंजेलिस में अवैध प्रवासियों के खिलाफ की गई छापेमारी के बाद हुए प्रदर्शनों से वहां के हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. जिसके बाद लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. एक अधिकारी के मुताबिक, लॉस एंजेलिस का पुलिस विभाग अब तक कई गिरफ्तारियां भी कर चुका है. दरअसल, बीते 6 जून से ये प्रदर्शन शुरू हुए थे. हालात ऐसे बने कि राष्ट्रपति ट्रंप ने 2 हजार से ज्यादा गार्ड की तैनाती कर दी. ट्रंप को अब ये फैसला भारी पड़ता नजर आ रहा है. यही कारण है कि राज्य सरकार और ट्रंप प्रशासन आमने-सामने आ गए हैं.इसके बाद कैलिफोर्निया सरकार ने ट्रंप प्रशासन के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया है.

अधिकारियों ने ट्रंप के फैसले को बताया अवैध

बता दें कि यह पूरा मामला लॉस एंजेलिस में 2000 नेशनल गार्ड सैनिकों की तैनाती के बाद दर्ज किया गया है. जिसकी वजह बताई जा रही है कि ट्रंप सरकार ने गवर्नर की मंजूरी के बिना ही राज्य में नेशनल गार्ड तैनात कर दिए. वहीं अधिकारियों ने ट्रंप के इस फैसले को न सिर्फ अवैध बताया, बल्कि इसके बाद केस भी दर्ज किया है.

संघीय अदालत में मामला दर्ज

सैन फ्रांसिस्को में संघीय अदालत में दर्ज किए गए मुकदमे में राष्ट्रपति ट्रंप,रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा विभाग के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. साथ ही कहा गया कि ट्रंप के पास कैलिफोर्निया नेशनल गार्ड को तैनात करने का कोई अधिकार नहीं था.

हालातों को खुद संभाल सकती है राज्य सरकार

गवर्नर न्यूसम और अन्य डेमोक्रेट नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार इन हालातों को खुद संभाल सकती है और इसमें संघीय सरकार की दखलअंदाजी की जरूरत नहीं है. गवर्नर ने राष्ट्रपति ट्रंप के फैसले का खुलकर विरोध किया है. इसके साथ उन्होंने एक पत्र लिखकर नेशनल गार्ड सैनिकों तत्काल हटाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि राज्य में इनकी कोई जरूरत नहीं है. ऐसा करने से राज्य के हालात जानबूझकर बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है.

ट्रंप ने लगाई थी फटकार

कैलिफोर्निया में हो रही हिंसा को लेकर ट्रंप ने वहां के गवर्नर और अधिकारियों को फटकार लगाई थी. साथ ही उन्होंने हालात काबू करने के आदेश भी दिए थे. वहीं दूसरी तरफ 2000 से ज्यादा नेशनल गार्ड सैनिकों की तैनाती कर दी गई थी. जिसका जमकर विरोध हुआ. इसके बाद भी व्हाइट हाउस प्रशासन का साफ तौर पर कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो और गार्ड भेजे जाएंगे.