Ghaziabad News : गाजियाबाद के संगम पार्क, मकनपुर की रहने वाली शशि ने अपनी मां संतोष देवी, पिता सोहनलाल, भाई जितेंद्र समेत 23 लोगों पर प्लॉट दिलाने के बहाने 35 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का गंभीर आरोप लगाया है। शशि ने खोड़ा थाने में इन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है, जिसमें उन्होंने परिवार वालों पर बातों के जाल में फंसाकर रुपये हड़पने और पति के पुश्तैनी मकान को बिकवाने का दबाव बनाने की बात कही है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

पुश्तैनी मकान बेचने पर किया मजबूर

शशि ने दर्ज मुकदमे में बताया कि वर्ष 2018 में उनकी मां संतोष देवी, पिता सोहनलाल और भाई जितेंद्र ने उन्हें मकनपुर मुख्य मार्ग पर स्थित एक प्लॉट के बारे में जानकारी दी, जिसका मालिक कविनगर निवासी मनोज कुमार माहेश्वरी था। परिवार वालों ने 44 लाख रुपये में यह प्लॉट दिलाने का भरोसा दिलाया। इतना ही नहीं, माता-पिता ने शशि को उनके पति का पुश्तैनी मकान बेचने की सलाह भी दी, ताकि प्लॉट खरीदने के लिए पैसे जुटाए जा सकें। हालांकि, शशि के पति ने मकान बेचने से साफ इनकार कर दिया।

प्लॉट की रजिस्ट्री पर धोखाधड़ी

शशि ने बताया कि पति के साथ विचार-विमर्श के बाद उन्होंने प्लॉट नंबर सात खरीदने का फैसला किया। इसके लिए उन्होंने प्लॉट मालिक मनोज माहेश्वरी को 12 लाख रुपये का भुगतान किया और उनके पति के नाम नोटरी के जरिए मुक्तारनामा करवाया। लेकिन इसके बाद भी बाकी रकम और प्लॉट की रजिस्ट्री को लेकर परिवार और अन्य लोगों ने धोखाधड़ी की। शशि का आरोप है कि कुल 35 लाख रुपये की रकम हड़प ली गई और प्लॉट का कोई वैध दस्तावेज उन्हें नहीं सौंपा गया।

रैकेट पकड़ने में जुटी पुलिस

इस मामले ने न केवल परिवारिक रिश्तों में विश्वासघात को उजागर किया है, बल्कि प्रॉपर्टी के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी की गंभीर समस्या को भी सामने लाया है। खोड़ा पुलिस ने शशि की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इस धोखाधड़ी में शामिल सभी 23 लोग कौन-कौन हैं और उनका इस रैकेट में क्या रोल रहा।