DK Shivakumar: कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने आरसीबी की फ्रेंचाइजी खरीदने की अफवाहों का खंडन कर दिया है. उन्होंने कहा कि मैं पागल आदमी नहीं हूं. मैं अपने युवा दिनों से ही कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन का सदस्य रहा हूं, बस इतना ही. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे पास समय नहीं है, हालांकि मुझे मैनेजमेंट का हिस्सा बनने के प्रस्ताव मिले थे. लेकिन मुझे आरसीबी की क्या जरूरत है? मैं तो रॉयल चैलेंज भी नहीं पीता.

डीके शिवकुमार ने लगाया अटकलों पर विराम

फिलहाल, डीके शिवकुमार के RCB खरीदने की अफवाह सोशल मीडिया की अटकलों तक ही सीमित है. इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.साथ ही यूनाइटेड स्पिरिट्स या आरसीबी की ओर से भी कोई बयान नहीं आया है कि डीके शिवकुमार आरसीबी खरीद रहे हैं या नहीं. वहीं, डीके शिवकुमार ने खुद ही इन अटकलों पर विराम लगा दिया है.

चर्चा में आए थे कई नाम

दरअसल, हाल ही ऐसी खबरें सामने आई थीं कि यूनाइटेड स्पिरिट्स आरसीबी को बेचने पर विचार कर रही है, जिसके बाद कई कंपनियों और लोगों के नाम चर्चा में आए थे. इस लिस्ट में एक नाम डीके शिवकुमार का भी था. जिसके बाद डीके शिवकुमार को लेकर अटकलें शुरू हो गई थीं. बता दें कि आरसीबी का मालिकाना हक इस समय यूनाइटेड स्पिरिट्स डियाजियो के पास है. इसने साल 2008 में विजय माल्या से फ्रेंचाइजी खरीदी थी.

विक्ट्री परेड के दौरान मची थी भगदड़

इतना ही नहीं, डीके शिवकुमार का आरसीबी से पहले भी जुड़ाव रहा है.आरसीबी के खिताब जीतने के बाद उन्होंने बेंगलुरु एयरपोर्ट पर टीम का स्वागत किया था. हालांकि, चार जून को आरसीबी की विक्ट्री परेड के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई थी,जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई जबकि 45 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. इस घटना के बाद डीके शिवकुमार की काफी आलोचना हुई थी. वहीं,बेंगलुरु हादसे के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. इस घटना के लिए बीजेपी ने राज्य की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया और इसे राज्य प्रायोजित हत्या करार दिया था.