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लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर का जमीयत उलेमा-ए-हिंद को पत्र : ‘उदयपुर फाइल्स’ याचिका वापस लें

UDAIPUR FILES
inkhbar News
  • Last Updated: July 17, 2025 19:12:00 IST

Udaipur File : गाजियाबाद के लोनी विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी को एक पत्र लिखकर कट्टरपंथी तत्वों और देशविरोधी गतिविधियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की मांग की है। विधायक ने पत्र में उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल साहू की जघन्य हत्या पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ के खिलाफ जमीयत द्वारा दायर याचिका को तत्काल वापस लेने की मांग की है। साथ ही, उन्होंने ‘थूक जिहाद’, ‘लव जिहाद’, और ‘लैंड जिहाद’ जैसे मुद्दों की कड़ी निंदा करने और इनके खिलाफ फतवा जारी करने का आह्वान किया है।

नंदकिशोर गुर्जर ने उदयपुर फाइल्स के बारे में क्या कहा-

नंदकिशोर गुर्जर ने अपने पत्र में उदयपुर में 28 जून 2022 को हुई कन्हैयालाल साहू की निर्मम हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था। उन्होंने मौलाना महमूद मदनी की इस मामले पर चुप्पी को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। विधायक ने सवाल उठाया कि जब इस्लाम और मुस्लिम समाज की छवि को नुकसान पहुंचाने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं, तब जमीयत जैसे जिम्मेदार धार्मिक संगठन मौन क्यों हैं? उन्होंने लिखा, “ऐसे समय में जब कट्टरपंथी तत्व समाज में नफरत और हिंसा फैला रहे हैं, जमीयत उलेमा-ए-हिंद को इनके खिलाफ खुलकर बोलना चाहिए।”

दिल्ली हाई कोर्ट की कड़ी आलोचना की

विधायक ने जमीयत उलेमा-ए-हिंद द्वारा ‘उदयपुर फाइल्स’ फिल्म की रिलीज रोकने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में दायर याचिका की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह फिल्म एक सच्ची और संवेदनशील घटना को दर्शाती है, जिसका उद्देश्य समाज में जागरूकता लाना है, न कि किसी समुदाय को निशाना बनाना। गुर्जर ने मौलाना मदनी से इस याचिका को तत्काल वापस लेने की मांग की और कहा कि ऐसी कार्रवाइयां सच्चाई को दबाने का प्रयास हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस फिल्म को रोकने की कोशिश न केवल कन्हैयालाल के परिवार के न्याय के अधिकार को कमजोर करती है

इन मुद्दों पर गरजे नंदकिशोर गुर्जर

पत्र में नंदकिशोर गुर्जर ने ‘थूक जिहाद’, ‘लव जिहाद’, और ‘लैंड जिहाद’ जैसे मुद्दों को समाज के लिए गंभीर खतरा बताया। उन्होंने कहा कि ये गतिविधियां न केवल सामाजिक सौहार्द को नष्ट करती हैं, बल्कि देश की एकता और अखंडता के लिए भी खतरा हैं। विधायक ने जमीयत से इन मुद्दों की कड़ी निंदा करने और इनके खिलाफ फतवा जारी करने की मांग की। उन्होंने लिखा, “जमीयत उलेमा-ए-हिंद एक प्रभावशाली धार्मिक संगठन है। उसे इन देशविरोधी और समाजविरोधी गतिविधियों के खिलाफ स्पष्ट रुख अपनाना चाहिए।” पत्र में विधायक ने पहचान छुपाकर किए जा रहे धर्मांतरण और देशविरोधी गतिविधियों पर भी गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ऐसी गतिविधियां न केवल सामाजिक ताने-बाने को कमजोर करती हैं, बल्कि देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा बन रही हैं। उन्होंने जमीयत से इन मुद्दों पर सक्रिय भूमिका निभाने और समाज में जागरूकता फैलाने की अपील की।

कपिल मेहरा- गाजियाबाद

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