Ahmedabad air india plane crash :12 जून को अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे में 265 लोगों की मौत का दावा किया जा रहा है. इस हादसे को हालिया वर्षों में भारत की सबसे बड़ी हवाई दुर्घटनाओं में से एक माना जा रहा है.
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इस बड़ी त्रासदी में जान-माल के भारी नुकसान के कारण इंश्योरेंस क्लेम की राशि काफी बड़ी होने की संभावना है. शुरुआती अनुमानों के अनुसार क्लेम की कुल राशि 1,000 से 1,500 करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस हादसे में एयर इंडिया की एविएशन इंश्योरेंस पॉलिसी का नेतृत्व टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस कर रही है. इसमें जीआईसी आरई, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस, ओरिएंटल इंश्योरेंस, और आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जैसे सह-बीमाकर्ता कंपनी शामिल हैं. विमानन सेक्टर में जोखिम का लगभग 95 फीसदी हिस्सा वैश्विक पुनर्बीमा कंपनियों द्वारा कवर किया जाता है, जिनमें AIG, AXA XL, और लंदन व बरमूडा के अन्य रिइंश्योरर्स प्रमुख हैं.
घटना में बोइंग 787-8 विमान पूरी तरह से नष्ट होने के बाद आंके गए बीमा मूल्य विमान की उम्र और स्थितियों को देखते हुए करीब 650 से 700 करोड़ रुपये बताया जा रहा है. भारत द्वारा 2009 में हस्ताक्षरित 1999 मॉन्ट्रियल सम्मेलन के तहत मृत यात्रियों के परिजनों को प्रति व्यक्ति लगभग 1 करोड़ रुपये का मुआवजा मिलने का प्रावधान है. इस आधार पर कुल मुआवजा राशि 240 करोड़ रुपये से अधिक हो सकती है. इसके अलावा कानूनी दावों और अंतिम सेटलमेंट को भी जोड़ा जाए कुल बीमा दायित्व 1,500 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है.
एयर इंडिया के बेड़े के हिसाब से कुल एविएशन इंश्योरेंस कवर 8,000 से 10,000 करोड़ रुपये तक का है, जिसका वार्षिक प्रीमियम लगभग 250 करोड़ रुपये बताया जाता है. इस हादसे का प्रभाव केवल एयर इंडिया तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि भारत के एविएशन इंश्योरेंस सेक्टर पर भी व्यापक असर डालेगा.
विशेषज्ञों के अनुसार इस घटना के बाद भारत में बड़े विमान ऑपरेटरों के लिए वैश्विक इंश्योरेंस बाजार में प्रीमियम की दरों में भी बढ़ोत्तरी हो सकती है. फिलहाल भारत का एविएशन इंश्योरेंस बाजार लगभग 900 करोड़ रुपये का है.