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कौन है भारत का सबसे भरोसेमंद दोस्त? विदेश मंत्री ने बता दिया नाम

S Jaishankar
inkhbar News
  • Last Updated: June 14, 2025 19:48:05 IST

S Jaishankar: एक कहावत कही जाती है कि राजनीति में न कोई किसी का स्थायी दोस्त होता है और न ही दुश्मन. समय के साथ दोस्त और दुश्मन बदलते रहते हैं. यही बात वैश्विक राजनीति के लिए भी है. हालांकि कई देश ऐसे भी होते हैं जिन पर पूरी तरह से भरोसा किया जा सकता है. वहीं, यूरोप में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत का सबसे ज्यादा भरोसेमंद दोस्त फ्रांस को बताया है. एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि फ्रांस कई मायनों में भारत का सबसे भरोसेमंद साझेदार है.

यूरोप की वर्तमान वैश्विक नीति पर रखी राय

दरअसल, भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर रायसीना मेडिटेरेनियन 2025 कार्यक्रम में बोल रहे थे. जहां उन्होंने यूरोप की वर्तमान वैश्विक नीति पर अपनी राय रखी.उन्होंने कहा कि यूरोप अब पहले से ज्यादा रणनीतिक और निर्णय लेने की क्षमता को लेकर जागरुक हो गया है. वह वैश्विक मुद्दों पर सामूहिक दृष्टिकोण के बजाय यूरोपीय दृष्टिकोण से सोचता है.

‘हम एक-दूसरे के साझेदार हैं’

जयशंकर ने आगे कहा,”मैं इस बात से पूरी तरह से सहमत हूं कि फ्रांस आज कई मायनों में यूरोप में हमारा सबसे विश्वसनीय साझेदार है. दोनों देशों के बीच में इस आपसी भरोसे का मतलब है कि हम एक-दूसरे के साथ सहज हैं. दो देश इसे कैसे प्राप्त करते हैं?… कई बार समान मूल्यों के जरिए और कभी-कभी यह कहकर कि मेरी मुश्किल में आपने हमारा समर्थन किया और हमारी सुरक्षा की जरूरतों के लिए अपना पूरा समर्थन दिया.”

‘अनुभव के आधार पर हुई साझेदारी’

विदेश मंत्री ने कहा, “फ्रांस के साथ हमारा विश्वास का यह रिश्ता किसी एक दिन में नहीं बना. जयशंकर ने कहा कि ऐसा नहीं हुआ कि किसी दिन दो लोग उठे और कह दिया कि आप हमारे सबसे विश्वसनीय साझेदार हैं. यह साझेदारी अनुभव के आधार पर हुई है…हाल ही में हम अपनी कुछ सुरक्षा चिंताओं के एक अनुभव से गुजरे हैं…जहां हमने देखा है कि कौन हमारे साथ था…किस पर हम भरोसा कर सकते थे…और किसके साथ मैं सहज था.निश्चित तौर पर यह भविष्य में हमारे फैसलों पर असर डालेगा.”

‘दोनों पक्षों ने कई विषयों पर की चर्चा’

इस दौरान उन्होंने फ्रांस के विदेश मंत्री नोएल बैरोट के साथ हुई बैठक के बारे में भी बात की. जयशंकर ने कहा कि दोनों पक्षों ने ‘रक्षा, असैन्य परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष, आतंकवाद के खिलाफ कदमों, लोगों के आपसी संबंधों, नवोन्मेष, कृत्रिम मेधा (एआई), प्रौद्योगिकी समेत’’ विभिन्न विषयों पर ‘‘व्यापक चर्चा की.