Brij Bhushan Sharan Singh: बीजेपी के पूर्व सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह बुधवार को अयोध्या पहुंचे. पॉक्सो एक्ट के आरोप से मुक्त होने के बाद अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचे पूर्व सांसद को समर्थकों ने फूल-मालाओं से लाद दिया. वहीं काफिले में शामिल सैकड़ों एसयूवी गाड़ियां बृजभूषण शरण सिंह के दबदबे की गवाह बनीं. इस दौरान एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें साधु-संत बृजभूषण के साथ खड़े होकर कह रहे हैं कि दबदबा तो है.बात भी सही है क्योंकि जिस तरह से बृजभूषण शरण सिंह का सड़कों पर काफिला निकला उसको देखने के बाद हर कोई बृजभूषण शरण सिंह के दबदबे की चर्चा कर रहा है.

हजारों की संख्या में जुटे समर्थक

दरअसल, पूर्व सांसद के स्वागत के लिए अयोध्या एयरपोर्ट पर हजारों की संख्या में समर्थक जुटे थे. जिसके बाद बृजभूषण ने हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन के साथ संत-महंतों का आशीर्वाद भी लिया. तो वहीं उनका यह काफिला गोंडा में नंदिनी नगर महाविद्यालय और नवाबगंज तक चला.इस दौरान बृजभूषण ने कहा कि न्यायालय पर मुझे पूरा भरोसा था और कोर्ट की ओर से पॉक्सो एक्ट के अन्तर्गत आरोप खारिज करने से तय हो गया है कि इस कानून का दुरुपयोग भी खूब हो रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए. अब अदालत का आदेश आ जाने के बाद मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचने वाले लोग बेनकाब हो गए हैं. WFI के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि मुझे सताने वाले सब लोग सताए जाएंगे.

“बात अयोध्या से निकली है तो दूर तलक जाएगी”

इस दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि पॉक्सो एक्ट के दुरुपयोग पर सरकार गंभीरता से विचार करें और दोगुना दंड का प्रावधान करें. अपने अंदाज में बृजभूषण ने कहा कि जब बात अयोध्या से निकली है तो दूर तलक जाएगी.

भूपेंद्र हुड्डा पर निशाना

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बृजभूषण ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में कांग्रेस मुख्य भूमिका में थी और सबसे बड़ी किरदार की भूमिका में थी हुड्डा फैमिली. वहीं प्रियंका जी को गुमराह किया. आम आदमी पार्टी भी खटिया चारपाई बहुत सप्लाई करती थी, तो उनका भी सत्यानाश हो गया. भूपेंद्र हुड्डा पर निशाना साधते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि हु़ड्डा साहब 11 बजे तक मुख्यमंत्री बन रहे थे, 12 बजे उनका रथ अपने आप गायब हो गया. जो लोग भी बिना सोच विचार किये राजनीति के कारण किसी की जान लेने की कोशिश करेंगे तो भगवान है ऊपर वह सब देखता है. उन्होंने कहा कि जो जो मेरा विरोध किए हैं, मुझ गरीब को सताए हैं, वह सब सताए जाएंगे भगवान के द्वारा.

“कुश्ती के कारण मिली देश में पहचान”

अपने भाषण के दौरान बृजभूषण ने कुश्ती संघ का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कुश्ती का एक नियम है कि 12 साल तक ही अध्यक्ष रहेगा और मैं 12 साल तक कुश्ती का अध्यक्ष रहा. जितनी सेवा कर सकता था की, कुश्ती ने मुझे बहुत कुछ दिया, भले बाद में मेरे ऊपर आरोप लगा, लेकिन कुश्ती ने बहुत कुछ दिया, आज कुश्ती के कारण मैं देश में पहचाना जाता हूं. इस दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा जो संजय सिंह हैं उनसे 40 साल पुराने मेरे संबंध हैं, वह मेरे छोटे भाई की तरह हैं, उत्तर प्रदेश के ही रहने वाले हैं. कुश्ती का अध्यक्ष पद मेरे पास नहीं है यह तब माना जाता जब जिन लोगों ने षडयंत्र किया था उस षडयंत्र में अगर वह सफल हो जाते, आज कुश्ती का अध्यक्ष अपने ही पास है.

आरोप लगाए जाने के दौरान हुआ था हंगामा

बता दें कि जब महिला पहलवानों ने तत्कालीन कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगाए तो काफी हंगामा हुआ. 18 जनवरी, 2023 को विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ और करीब एक महीने तक चला. पहलवानों की मांग थी कि बृजभूषण को गिरफ्तार किया जाए. जब दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की, तो पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया. इसके बाद 21 अप्रैल, 2023 को एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों ने शिकायत दी थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल, 2023 को एफआईआर दर्ज की और जून 2023 में बृजभूषण सिंह और तत्कालीन सहायक सचिव विनोद तोमर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी. वहीं मामले में एक शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत वापस भी ले ली थी.

आरोपों से इनकार करते रहे बृजभूषण शरण सिंह

हालांकि, बृजभूषण शरण लगातार इन आरोपों से इनकार करते रहे. हालांकि जब मामला ज्यादा बढ़ा तो बृजभूषण शरण सिंह ने WFI के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि जब दोबारा चुनाव हुए तो उन्होंने कुश्ती संघ के अध्यक्ष के तौर पर अपने खास संजय सिंह को उम्मीदवार बनाया और वो विजय भी हुए..जिसके बाद से ये तो साफ हो गया था कि बृजभूषण शरण सिंह का दबदबा तो है.