Ghaziabad News : शनिवार को गाजियाबाद में हुई मूसलाधार बारिश ने नगर निगम के जलभराव से निपटने के दावों की पोल खोल दी। शहर के कई हिस्सों में सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं और गलियों में घुटनों तक पानी भर गया, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। निवासियों ने नगर निगम की लापरवाही और नालों की सफाई में कमी को इस स्थिति का प्रमुख कारण बताया।
बारिश ने शहर के प्रमुख इलाकों जैसे इंदिरापुरम, वैशाली, वसुंधरा, सिद्धार्थ विहार, गोविंदपुरम, नेहरूनगर, और लोहियानगर में भारी जलभराव की स्थिति पैदा कर दी। कई जगह सड़कों पर पानी जमा होने से यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ, और लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कुछ कॉलोनियों में पानी घरों के अंदर तक घुस गया, जिससे निवासियों को सामान को ऊंचे स्थानों पर रखना पड़ा।
नगर निगम ने मानसून से पहले नालों की सफाई और जल निकासी की पुख्ता व्यवस्था का दावा किया था। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा था कि शहर के 52 जलभराव संभावित स्थानों पर विशेष निगरानी और पंपसेट की व्यवस्था की गई है। हालांकि, शनिवार की बारिश ने इन दावों की हकीकत सामने ला दी। सिद्धार्थ विहार की गली नंबर 7 में पिछले कई दिनों से जलभराव की समस्या बनी हुई है, और स्थानीय लोगों का कहना है कि उनकी शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
गाजियाबाद- कपिल मेहरा