Muzaffarnagar News : दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे-58 पर स्थित पंडित जी वैष्णो ढाबा पर अब ताला जड़ दिया गया है.बता दें कि बीते दिनों इसको लेकर हुए विवाद के बाद अब स्थायी रूप से इसे बंद कर दिया गया है. कांवड़ यात्रा के दौरान हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने यहां मुस्लिम कर्मचारियों के काम करने पर आपत्ति जताई थी जिसके कारण 28 जून को यह विवादों में आ गया था.
कैसे शुरू हुआ विवाद?
बता दें कि ढाबे के पूर्व मैनेजर धर्मेंद्र कुमार ने स्वामी यशवीर महाराज की टीम और कुछ मीडिया संस्थानों को बताया कि ढाबा एक मुस्लिम व्यक्ति का है और वहां लगभग 80% कर्मचारी मुस्लिम हैं. इस सूचना के बाद स्वामी यशवीर की अगुवाई में पहुंची टीम ने ढाबे पर हंगामा किया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस दौरान कुछ कर्मचारियों की जबरन पैंट उतरवाकर उनके धर्म की पहचान करने की कोशिश भी की गई. घटना ने तूल पकड़ा और सोशल मीडिया पर इसका व्यापक विरोध हुआ.
विवाद के बाद बदला पूरा स्टाफ
ढाबे की मालकिन दीक्षा शर्मा और उनके साझेदारों सनोवर खान, आदिल खान, जुबैर और एक अन्य अज्ञात व्यक्ति पर पूर्व मैनेजर धर्मेंद्र कुमार की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. आरोप है कि धर्मेंद्र को मारपीट कर नौकरी से निकाल दिया गया. इसके साथ साथ विवाद के बाद ढाबा संचालकों ने डैमेज कंट्रोल के तहत पूरे स्टाफ को बदलने का फैसला लिया. सभी कर्मचारियों को हटाकर केवल हिंदू धर्म के लोगों को काम पर रखा गया. ढाबे का बारकोड भी बदला गया और इसे एक नए नाम से दोबारा शुरू किया गया.
ढाबा पर लगा ताला
नए मैनेजर सुनील शर्मा ने बताया कि ढाबे को फिर से शुरू करने के लिए उन्होंने पूरी ईमानदारी से काम किया, लेकिन स्थिति नहीं सुधरी. यहां न तो दुकानदारी है और न ही कोई आमदनी. पांच लोगों का स्टाफ है और रोज़ का खर्च 1000 से 1500 रुपये आता है. पिछले चार दिनों से एक भी ग्राहक नहीं आया. चाय तक का ऑर्डर नहीं मिला. ऐसे में मजदूरों की दिहाड़ी कैसे दें? सुनील शर्मा ने यह भी बताया कि उन्हें स्पष्ट आदेश मिले थे कि ढाबे का सारा स्टाफ हिंदू होना चाहिए. हालांकी उन्हें पहले के बारकोड या मालिकाना हक की जानकारी नहीं थी और बिक्री न होने और आर्थिक नुकसान के चलते उन्होंने ढाबे को दो दिन के भीतर ही बंद करने का फैसला किया गया.
फिलहाल धर्मेंद्र कुमार की शिकायत के आधार पर दीक्षा शर्मा सहित अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज है और पुलिस की जांच जारी है.