Lucknow News : उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा देने के लिए गुरुवार को एक बड़ा कदम उठाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की मौजूदगी में राज्य सरकार और ऑस्ट्रेलिया की प्रसिद्ध मोनाश यूनिवर्सिटी (Monash University of Australia) के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ है।

क्या है यह समझौता?

इस समझौते के तहत उत्तर प्रदेश के स्कूलों और कॉलेजों के शिक्षकों और छात्रों को मोनाश यूनिवर्सिटी से प्रशिक्षण मिलेगा। यहां के शिक्षक अब विदेशी तकनीकों से शिक्षा देना सीखेंगे और नए तरीकों से पढ़ाई का माहौल बनाएंगे।

मुख्यमंत्री योगी का बयान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार शिक्षा को सिर्फ डिग्री लेने का जरिया नहीं मानती, बल्कि इसे प्रदेश के विकास का मुख्य साधन मानती है। उन्होंने कहा कि यह साझेदारी हमारे बच्चों को दुनिया की प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करेगी। सीएम योगी ने कहा कि हमारे पुराने ग्रंथों में लिखा है “आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः” यानी दुनिया के सभी अच्छे विचार हमारे पास आएं। यह समझौता उसी भावना को दर्शाता है।

जानें मोनाश यूनिवर्सिटी की खासियत

मोनाश यूनिवर्सिटी 1958 में बनी थी और आज यहां 84,000 से ज्यादा छात्र पढ़ते हैं। यह दुनिया की अग्रणी रिसर्च यूनिवर्सिटी है। यहां हर साल लगभग 30,000 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसमें अफगानिस्तान और म्यांमार जैसे देशों के शिक्षक भी शामिल हैं।

प्रदेश को मिलेगा ये फायदा

  • यूपी के शिक्षकों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण मिलेगा
  • छात्रों को नई तकनीकों से पढ़ने का मौका मिलेगा
  • शोध और अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग बढ़ेगा
  • प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में गुणवत्ता आएगी
  • गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय इस काम का मुख्य केंद्र होगा समारोह में ये लोग मौजूद

इस अवसर पर मोनाश यूनिवर्सिटी के अधिकारी, ऑस्ट्रेलियाई दूतावास के प्रतिनिधि, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति और प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने ऑस्ट्रेलियाई मेहमानों का स्वागत करते हुए उन्हें ‘एक जिला-एक उत्पाद’ योजना के तहत बने उत्पाद भेंट में दिए। यह समझौता भारत और ऑस्ट्रेलिया के रिश्तों को मजबूत बनाने के साथ ही उत्तर प्रदेश को शिक्षा के मामले में आगे ले जाने में मदद करेगा।