लखनऊ। उत्तर प्रदेश के इटावा में यादव समाज से आने वाले कथावाचकों के साथ हुए बदसलूकी पर सीएम योगी नाराज दिखे हैं। इस मामले को लेकर उन्होंने इटावा एसएसपी ब्रजेश श्रीवास्तव को फटकार लगाई है। सूत्रों के मुताबिक सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोग उत्तर प्रदेश में जातीय हिंसा कराना चाहते हैं लेकिन पुलिस इसे रोकने में नाकामयाब रही है।

होगी कड़ी कार्रवाई

सीएम योगी ने औरैया और कौशांबी जिलों के एसपी को भी फटकारा है। बताया जा रहा कि यहां भी इस जातीय घटना हुई है। सभी जिलों के डीएम और एसपी के साथ हुई बैठक में सीएम योगी ने कहा कि अगर अब इस तरह की घटना होती है तो जिस जिले में होगी, वहां के अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सावन में कांवड़ यात्रा के दौरान भड़काऊ नारा न लगे, इसका भी ख्याल रखने के लिए कहा गया है। सीएम योगी ने कहा कि मोहर्रम में ताजिया की ऊंचाई नियम के हिसाब से रखा जाए। जुलूस के लिए किसी नए रूट की इजाजत नहीं मिलेगी।

ये है पूरी घटना

कानपुर के रहने वाले कथा वाचक मुकुट मणि यादव के मुताबिक उनके साथ बकेवर थाना के दादरपुर गांव में ब्राह्मणों ने मारपीट की। उनकी चोटी काट ली गई। सिर मुंडवा दिया गया। इतना ही नहीं इसके बाद महिला के पैर पर नाक रगड़वाई गई। वो संत सिंह यादव और श्याम कठेरिया बकेवर के साथ मिलकर भागवत कथा का पाठ करते हैं। मुकुट मणि सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दादरपुर गांव के पप्पू बाबा के यहां 21 से 27 जून तक भागवत कथा करनी थी। पहले दिन शाम में भोजन करने के दौरान पप्पू बाबा ने मुझसे मेरी जाति पूछी। जब मैंने उन्हें कहा कि यादव हूं तो दलित होने का आरोप लगाया। मुझसे कहा कि ब्राह्मणों के गांव में भागवत कथा करने की हिम्मत कैसे हुई?

छीन लिए पैसे

मुकुटमणि यादव आगे बताते हैं कि पप्पू बाबा के साथ अन्य लोगों ने मुझे लात-घूसे, जूते और चप्पलों से बहुत मारा। महिलाओं और पुरुषों के पैर पर सिर रखकर माफी मंगवाई। 25 हजार रुपए और एक सोने की चेन भी छीन ली गई। इस घटना से यूपी में बवाल हो गया है। घटना को लेकर समाजवादी पार्टी हमलावर है।

 

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