कोलकाता। पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार ने फरमान जारी किया है कि राज्य के सभी स्कूलों को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के द्वारा लिखी गईं 19 किताबें रखनी पड़ेंगी। राज्य के स्कूल शिक्षा विभाग ने बुधवार को इससे संबधित एक आदेश जारी किया है। इस आदेश में कहा गया है कि सभी सरकारी स्कूलों को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के द्वारा लिखी गई 19 किताबें रखनी होंगी।
इसके साथ ही आदेश में कहा गया है कि ये सभी किताबें राज्य के हर स्कूल में खरीदी जानी जरूरी हैं। तृणमूल सरकार के इस आदेश के बाद राज्य बड़ा सियासी विवाद खड़ा हो गया है। स्कूल शिक्षा आयुक्त ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों (DIs) को निर्देश दिया है कि पुस्तकालयों में 515 किताबें रखी जाएं, जिनमें मुख्यमंत्री बनर्जी द्वारा लिखी गई 19 किताबें भी शामिल हों।
बीजेपी ने सरकार को घेरा
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख और पश्चिम बंगाल के लिए पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित मालवीय ने ममता सरकार के इस फैसले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में स्कूली बच्चों को भी घोटाले का शिकार बनाया जा रहा है।
अमित मालवीय ने क्या कहा
मालवीय ने इस मामले पर कहा कि ममता बनर्जी के बंगाल में स्कूली बच्चों को भी भ्रष्टाचार से नहीं बख्शा जा रहा है। यह एक अजीब और शर्मनाक आदेश है। पश्चिम बंगाल के सरकारी स्कूलों को लाखों रुपये का अनुदान पाने के लिए सीएम ममता बनर्जी की लिखी गई 19 किताबें मजबूरी में खरीदनी पड़ेंगी। जिस पैसे का इस्तेमाल स्कूली ढांचे और शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए किया जाना चाहिए, वो पैसा अब मुख्यमंत्री की किताबों के प्रचार-प्रसार पर खर्चा होगा।
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