Israel Iran Tension: ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ धार्मिक फतवा जारी किया है। यह फतवा ईरान के सबसे बड़े शिया धर्मगुरु ग्रैंड अयातुल्ला नासिर मकारिम शिराजी की तरफ से जारी किया गया है।

मुसलमानों के दुश्मन हैं दोनों

धर्मगुरु ने दोनों वैश्विक नेताओं को अल्लाह का दुश्मन बताया है। उन्होंने दुनिया भर के मुसलमानों से कहा कि सभी एकजुट होकर इन नेताओं को ईरान पर हमले के लिए पछताने के लिए मजबूर कर दें। आइए जानते हैं फतवे में और क्या कहा गया है–

अयातुल्ला मकारिम शिराजी ने अपने फतवे में कहा…

“ जो कोई भी ईरान के सर्वोच्च नेता या फिर किसी मरजा को नुकसान पहुंचाने की या धमकाने की कोशिश करता है, वह मोहरिब यानी जंग को पसंद करने वाला अपराधी माना जाएगा। इन्हें अल्लाह का दुश्मन मानकर इनका जीना दुश्वार कर दो.”

क्या होता है फतवा

मालूम हो कि इस्लामी कानून में फतवे का जिक्र है। यह इस्लामी कानून की व्याख्या होती है। यह मरजा की तरफ से जारी होता है। मरजा बारह इमामी शिया मुसलमानों के सबसे बड़े और ऊंचे धार्मिक पद को कहा जाता है। हाल ही में ईरान और इजरायल के बीच हुए जंग में 610 ईरानी नागरिकों की मौत हो गई थी। इसमें कई परमाणु वैज्ञानिक और उच्च सैन्य कमांडर मारे गए थे।

ईरान और इजरायल वॉर

ईरान और इजरायल में 13 जून 2025 को युद्ध शुरू हुआ था। 13 जून की सुबह इजरायल ने ईरान पर हमला कर दिया। इजरायली सेना की तरफ से कहा गया कि उसने ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया है क्योंकि वो इजरायल की सुरक्षा के खतरा बन गया था। जवाबी कार्रवाई करते हुए ईरान ने इजरायल की राजधानी तेल अवीव पर कई मिसाइल दागे। अमेरिका भी 22 जून को इस युद्ध में कूद पड़ा और अपने बी-2 बॉम्बर से ईरान के परमाणु ठिकाने पर हमला कर दिया। जवाब में ईरान ने भी 23 जून को कतर में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इसके कुछ घंटों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने ईरान और इजरायल में सीजफायर का ऐलान कर दिया।

 

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